उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के एमपी-एमएलए कोर्ट में मंगलवार को उमेश पाल अपहरण मामले में सुनवाई से पहले, उनके आवास के बाहर सुरक्षा तैनात की गई है। इसके अलावा उमेश पाल के अधिवक्ता के आवास के बाहर भी सुरक्षा तैनात की गई है। जिला बार एसोसिएशन, प्रयागराज ने कहा कि प्रयागराज के एमपी-एमएलए कोर्ट में आज उमेश पाल अपहरण मामले को छोड़कर किसी अन्य मामले में सुनवाई नहीं होगी। एसोसिएशन ने कहा, एमपी एमएलए कोर्ट के पीठासीन अधिकारी द्वारा जिला अधिवक्ता संघ के मंत्री को पत्र लिखा गया है। 28 मार्च को ही फैसला सुनाने का अनुरोध भी किया गया है। गैंगस्टर से नेता बने और मामले के आरोपी अतीक अहमद को गुजरात से 24 घंटे से अधिक लंबी ड्राइव के बाद सोमवार को गुजरात की साबरमती जेल से प्रयागराज की नैनी जेल लाया गया।
उमेश पाल अपहरण मामले में उसे आज कोर्ट में पेश किया जाएगा। कोर्ट परिसर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। नैनी जेल के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई थी और जेल परिसर के बाहर वर्दीधारी कर्मियों की भारी तैनाती देखी गई थी। अतीक अहमद को रविवार को उत्तर प्रदेश पुलिस की 45 सदस्यीय टीम ने अहमदाबाद की साबरमती जेल से बाहर निकाला, जहां वह बंद था। साबरमती जेल से बाहर निकलते हुए अहमद ने बाहर इंतजार कर रहे संवाददाताओं से कहा कि अदालत के आदेश का पालन करने के बहाने उनकी हत्या की साजिश रची जा रही है। उत्तर प्रदेश पुलिस की 45 सदस्यीय टीम द्वारा पुलिस वैन के अंदर ले जाने के दौरान अतीक अहमद ने कहा, “कोर्ट के कंधे पर रखकर हमें मरना चाह रहे हैं। अहमद उमेश पाल हत्याकांड का मुख्य आरोपी है।
2005 में बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मुख्य गवाह उमेश पाल और उनके दो सुरक्षाकर्मियों की इसी साल 24 फरवरी को प्रयागराज में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इससे पहले, प्रयागराज के पुलिस आयुक्त रमित शर्मा ने रविवार को कहा था कि अतीक को 28 मार्च को एक अपहरण के मामले में अदालत में पेश किया जाना है, जिसका फैसला उसी दिन सुनाया जाना है। आयुक्त ने कहा, अदालत ने एक पुराने अपहरण मामले में फैसला सुनाने के लिए 28 मार्च की तारीख तय की है … इस मामले में सभी आरोपियों को अदालत में पेश किया जाना है। इस मामले में एक आरोपी माफिया अतीक अहमद को अदालत में पेश करने के लिए, एक पुलिस दल को साबरमती जेल भेजा गया है।