लखनऊ। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नर्सिंग और पैरामेडिकल कर्मचारी, स्वास्थ्य एवं चिकित्सा व्यवस्था की रीढ़ हैं और भविष्य की जरूरतों को देखते हुए नर्सिंग एवं पैरामेडिकल प्रशिक्षण में व्यापक परिवर्तन की आवश्यकता है। इसके दृष्टिगत उन्होंने नर्सिंग एवं पैरामेडिकल प्रशिक्षण में व्यापक सुधार के लिए ‘मिशन निरामया’ की शुरुआत करने के निर्देश दिये। बयान के अनुसार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पांच कालिदास मार्ग स्थित सरकारी आवास पर नर्सिंग एवं पैरामेडिकल कॉलेजों में शैक्षिक गुणवत्ता में वृद्धि तथा प्रशिक्षित युवाओं के बेहतर सेवायोजन के संबंध में एक बैठक की अध्यक्षता की।
बैठक में उन्होंने कहा कि नर्सिंग एवं पैरामेडिकल संस्थानों में बेहतर प्रशिक्षण के साथ बेहतर सेवायोजन के लिए भी सुनियोजित प्रयास किए जाएं। उन्होंने कहा कि इसके लिए निजी क्षेत्र के प्रतिष्ठित अस्पतालों के साथ संवाद कर नीति तय की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि नर्सिंग का प्रशिक्षण ले रहे युवाओं के लिए प्रायोगिक ज्ञान बहुत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि नर्सिंग और पैरामेडिकल क्षेत्र में करियर की बेहतर संभावनाओं के बारे में अधिकाधिक युवाओं को जागरूक किए जाने की जरूरत है। इसके लिए माध्यमिक विद्यालयों का सहयोग लिया जाए और चिकित्सा शिक्षा और माध्यमिक शिक्षा विभाग इस सम्बन्ध में परस्पर समन्वय के साथ कार्य करें।