उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कहा कि अयोध्या में 500 वर्षों से ज्यादा समय से रुका हुआ राम मंदिर निर्माण का काम सनातनियों की एकता के कारण महज दो वर्षों में पूरा हो गया और अगर देश 500 साल पहले एकजुट होता तो उसे गुलामी का सामना नहीं करना पड़ता। आदित्यनाथ ने आज अयोध्या में सुग्रीव किले के भव्य श्री राजगोपुरम द्वार का अनावरण किया। इस अवसर पर देशभर से आए साधु-संतों को संबोधित करते हुए उन्होंने अयोध्या में भव्य श्रीराममंदिर के निर्माण और सनातन धर्म की एकता पर बल दिया।
उन्होंने कहा, ”जो काम 500 सालों से रुका हुआ था, जिसके लिए न जाने कितनी पीढ़ियों ने बलिदान दिया, वो केवल सनातनियों के एकजुट होने मात्र पर प्रधानमंत्री (नरेन्द्र) मोदी जी के नेतृत्व में दो वर्ष में ही पूरा हो गया। अगर 500 साल पहले हमने एकता दिखाई होती, तो गुलामी का सामना नहीं करना पड़ता।” मुख्यमंत्री ने श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के निर्माण को पीढ़ियों के संघर्ष का परिणाम बताया। उन्होंने कहा कि 500 साल का लंबा इंतजार समाप्त हुआ है और प्रधानमंत्री के नेतृत्व में रामलला को उनके भव्य मंदिर में विराजमान करने का सपना पूरा हुआ है। आदित्यनाथ ने कहा कि सनातन धर्मावलंबियों की एकता ही इस सफलता का आधार है।
मुख्यमंत्री ने अपने उद्बोधन में धर्म और समाज को कमजोर करने वाले तत्वों के खिलाफ सख्त रुख अपनाने की बात कही। उन्होंने कहा, “कोई भी समस्या जो समाज और राष्ट्र को कमजोर करती हो, हमें उससे खुद को अलग करना होगा। ऐसे तत्वों को बेनकाब कर समाज से अलग-थलग करना धर्म का कार्य होना चाहिए।” आदित्यनाथ ने अयोध्या के विकास की योजनाओं का जिक्र करते हुए बताया कि अयोध्या में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बन चुका है जो अयोध्या को वैश्विक स्तर पर जोड़ने में मदद करेगा। उन्होंने अयोध्या को विश्व की सबसे सुंदर नगरी बनाने का संकल्प दोहराया और इसे अयोध्यावासियों की जिम्मेदारी बताया।