परिवारवादियों को ”सबका साथ-सबका विकास” स्वीकार्य नहीं: योगी आदित्यनाथ

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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को विपक्षी दलों के नेताओं का नाम लिए बिना उनपर निशाना साधते हुए कहा कि जिन लोगों के मन में तानाशाही और अधिनायकवाद भाव है, वे विकास होते नहीं देखना चाहते। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग अपना और अपने परिवार का विकास चाहते हैं और इन लोगों को ‘सबका साथ-सबका विकास’ स्वीकार्य नहीं है। आदित्यनाथ ने कहा कि ऐसी विचारधारा के लोगों ने 1975 में आपातकाल लागू कर मीडिया पर सेंसर लगाया था और आज भी समय-समय पर मीडिया के विरोध के फतवे जारी करते रहते हैं।

एक बयान के अनुसार आदित्यनाथ शनिवार सुबह रामगढ़ताल क्षेत्र में स्थित एक होटल के सभागार में एक प्रमुख मीडिया समूह के कार्यक्रम ‘उत्सव अभिव्यक्ति का’ के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों ने खुद को परिवार तक सीमित रखा और अपना व परिवार का ही विकास किया। आदित्यनाथ ने कहा कि उन्होंने प्रदेश के समग्र विकास को प्राथमिकता नहीं दी, जिसका नतीजा यह हुआ कि उत्तर प्रदेश के निवासियों के सामने पहचान का संकट खड़ा हो गया। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों में किसान आत्महत्या करने को मजबूर हुए, गरीब भूख से मरते रहे, महिलाओं और व्यापारियों को असुरक्षा का शिकार होना पड़ा था।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज डबल इंजन की सरकार में सबके कल्याण का मार्ग प्रशस्त करते हुए उत्तर प्रदेश देश की अर्थव्यवस्था के लिए ग्रोथ इंजन के रूप में स्थापित हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में देश और प्रदेश की विकास यात्रा को आगे बढ़ाने के लिए सबका साथ-सबका विकास का नारा सिर्फ नारा नहीं बल्कि सामर्थ्य का मंत्र है और समग्र विकास यात्रा के लिए साथ-साथ चलना होगा।

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