उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को विपक्षी दलों की पूर्ववर्ती सरकारों पर तंज कसते हुए कहा कि पहले भर्ती प्रक्रिया पर सवाल उठते थे लेकिन अब प्रतिभा को सम्मान मिलता है। मुख्यमंत्री ने शनिवार को यहां सिग्नेचर बिल्डिंग में राज्य लोक सेवा आयोग के अध्यक्षों के 24 वें राष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कहा, पहले भर्ती प्रक्रिया पारदर्शी नहीं थी, उस समय भर्ती प्रक्रिया में भाई-भतीजावाद और जातिवाद का मुखौटा लगाकर योग्यता और प्रतिभा के साथ अन्याय होता था।
ऐसे में हमने भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए अच्छे ईमानदार लोगों की टीम तैयार की और पिछले छह वर्षों में पुलिस विभाग में एक लाख 64 हजार से अधिक पदों को पारदर्शी तरीके से भरा गया। योगी ने कहा कि जब 2017 में उनकी सरकार ने उत्तर प्रदेश की कमान संभाली थी तो उस समय उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग, अधीनस्थ सेवा चयन आयोग, उच्चतर शिक्षा चयन आयोग और माध्यमिक शिक्षा चयन आयोग से जुड़ी परीक्षाओं में शिकायतों का अंबार नजर आया था। उन्होंने कहा कई भर्ती प्रक्रियाओं में न्यायालय से स्थगनादेश चल रहा था और कुछ मामलों में अदालत ने गंभीर टिप्पणियां भी कर रखी थीं, पुलिस में डेढ़ लाख पद खाली पड़े थे क्योंकि इस पर सुप्रीम कोर्ट का स्थगन था। मैंने अधिकारियों से कहा कि भर्ती को लेकर जो भी कमियां थीं उसे दूर करिए।
शनिवार को जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक आदर्श समाज में संघ लोक सेवा आयोग हो या राज्यों के लोक सेवा आयोग हो, इन सभी की बड़ी भूमिका होती है। उन्होंने कहा कि पिछले छह वर्षों में सरकार ने साढ़े पांच लाख नियुक्तियां की हैं और किसी भी नियुक्ति पर प्रश्नचिन्ह नहीं खड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की आबादी 25 करोड़ है, ऐसे में साढ़े पांच लाख सरकारी नौकरी से काम नहीं चलेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के कई युवा ऐसे हैं जो सरकारी नौकरी में नहीं जाना चाहते हैं, वे अपने सेक्टर में कुछ नया करना चाहते हैं, इस पर सरकार काम कर रही है। कोरोना में सरकार द्वारा की गयी व्यवस्था की चर्चा करते हुए योगी ने कहा कि प्रदेश में लॉकडाउन के दौरान भी उद्योग धंधे चलते रहे और उसी का परिणाम है कि प्रदेश में बड़े पैमाने पर रोजगार का सृजन हुआ। कार्यक्रम में संघ लोक सेवा आयोग के वरिष्ठ सदस्य राजीव नयन चौबे, लेफ्टिनेंट जनरल राज शुक्ला, स्टैंडिंग कमेटी ऑफ नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष जॉर्ज, उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष संजय श्रीनेत, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा आदि शामिल हुए।