आचार संहिता और महामारी कानून के उल्लंघन पर हुई FIR के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने निर्वाचन आयोग की भूमिका पर सवाल उठाए हैं। मुख्यमंत्री का कहना है कि निर्वाचन आयोग अपने काम को निष्पक्ष रूप से नहीं कर रहा है। यहां मुझ पर तो FIR कर दी लेकिन अमरोहा में भाजपा के मंत्री खुले आम प्रचार कर रहें है तो ऐसे में उन पर कोई कार्यवाही क्यों नहीं हुई?
मुख्यमंत्री ने कहा, वहां प्रचार के लिए मेरे साथ प्रत्याशी, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष सहित कुल चार लोग ही थे। उसके अलावा मेरी अपनी सुरक्षा का घेरा, उत्तर प्रदेश का पुलिस महकमा और फिर मीडिया के दर्जनों साथी थे। साथ ही गांव की तंग गलियां और लोगों का कांग्रेस के प्रति उत्साह। इतने पर ही भीड़ दिखने लगी। मुख्यमंत्री ने कहा, राजनाथ जी के बेटे के खिलाफ प्रचार करें तो इतना तो होगा। पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, FIR मुझपर ही क्यों।
भाजपा के मंत्री पांच दिन से डोर-टू-डोर प्रचार कर रहे हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं हुई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, निर्वाचन आयोग को अपनी भूमिका निष्पक्ष रखनी चाहिए। शुरुआत में ही निष्पक्षता नहीं दिखाई दे रही है तो आखिरी में क्या उम्मीद करें।
आखिर बिना मिले चुनाव प्रचार कैसे हाेगा। अगर ऐसा है तो चुनाव आयोग को सामने आकर बताना चाहिए कि किस प्रकार से चाहिए प्रचार ?