बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने मंगलवार को लोकसभा चुनाव के लिए 11 उम्मीदवारों की अपनी पांचवीं सूची जारी की, जिसमें पूर्व सांसद धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला सिंह को जौनपुर से मैदान में उतारा गया है। मार्च में जौनपुर की एक एमपी/एमएलए (सांसद/विधायक) अदालत ने पूर्व सांसद धनंजय सिंह को 2020 के अपहरण और जबरन वसूली के एक मामले में सात साल की सजा सुनाई थी। बसपा ने मैनपुरी से अपना उम्मीदवार भी बदल दिया है और समाजवादी पार्टी (सपा) की डिंपल यादव और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के जयवीर सिंह के खिलाफ शिव प्रसाद यादव को मैदान में उतारा है। जयवीर सिंह उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री हैं। बसपा ने पहले गुलशन देव शाक्य को मैनपुरी से टिकट दिया था। वाराणसी लोकसभा सीट पर बसपा ने अतहर जमाल लारी को अपना उम्मीदवार बनाया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तीसरी बार वाराणसी से चुनाव लड़ेंगे। बसपा की ओर से जारी सूची के मुताबिक, मुस्लिम खान बदायूं से, छोटेलाल गंगवार बरेली से, उदयराज वर्मा सुल्तानपुर से, क्रांति पांडे फर्रुखाबाद से पार्टी के उम्मीदवार होंगे। मयंक द्विवेदी बांदा से, ख्वाजा समसुद्दीन डुमरियागंज से, ललन सिंह यादव बलिया से और उमेश कुमार सिंह गाजीपुर से बसपा के उम्मीदवार होंगे। 2019 के लोकसभा चुनाव में बसपा ने समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था।
सपा-बसपा-रालोद गठबंधन की चुनौती को दरकिनार करते हुए भाजपा ने 62 सीटें और उसकी सहयोगी अपना दल (एस) ने दो सीटें जीती थीं। हालांकि, इस गठबंधन में बसपा को सबसे ज्यादा फायदा हुआ क्योंकि उसके 10 उम्मीदवार विजयी रहे थे। अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी (सपा) ने पांच सीटें जीती थीं, जबकि रालोद चुनाव में अपना खाता नहीं खोल सकी थी। कांग्रेस ने एकमात्र रायबरेली सीट जीती थी, जहां से सोनिया गांधी ने चुनाव लड़ा था।