महिला पहलवानों के यौन शोषण के आरोपों से घिरे भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा है कि वह सच्चाई सामने लाने के लिए अपना ‘नारको टेस्ट’ कराने के लिए तैयार हैं, बशर्ते पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया की भी यही जांच की जाए। उत्तर प्रदेश की कैसरगंज सीट से भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के विधायक बेटे प्रतीक भूषण सिंह ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से रविवार को किए गए एक ट्वीट में अपने पिता का एक संदेश टैग किया है। संदेश में लिखा है, मैं अपना नारको टेस्ट, पॉलीग्राफ टेस्ट या लाई डिटेक्टर टेस्ट करवाने के लिए तैयार हूं, लेकिन मेरी शर्त है कि मेरे साथ विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया का भी यह टेस्ट होना चाहिए। अगर दोनों पहलवान अपना टेस्ट करवाने के लिए तैयार हैं तो प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर घोषणा करें और मैं उनको वचन देता हूं कि मैं भी इसके लिए तैयार हूं।
संदेश में आगे कहा गया, ”मैं आज भी अपनी बात पर कायम हूं और हमेशा कायम रहने का देशवासियों से वादा करता हूं। रघुकुल रीत सदा चली आई, प्राण जाए पर वचन ना जाई। जय श्री राम। प्रतीक भूषण सिंह ने अपने पिता का यह संदेश एक ट्वीट की शक्ल में पोस्ट किया है लेकिन, वह बृजभूषण के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर नजर नहीं आ रहा है। आगामी पांच जून को अयोध्या में एक बड़ी रैली की तैयारी के तहत बृजभूषण शरण सिंह ने रविवार को गोंडा की मनकापुर तहसील के कोल्हार गांव में जनसंपर्क के दौरान आयोजित एक कार्यक्रम में यह बात कही।
सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कार्यक्रम में कहा, ”मैं खुद नहीं समझ पा रहा हूं कि जिन बच्चों को कामयाब बनाने के लिए मैंने अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया, आज वही बच्चे राजनीति का खिलौना बन गए हैं। उन्होंने कहा, मैंने पहले दिन ही कहा था कि कब हुआ, कहां हुआ, किसके साथ, क्या हुआ? चार माह बाद भी यह लोग इस बात को बता नहीं पा रहे हैं। मेरे ऊपर ‘बैड टच’ (अश्लील तरीके से छूने) का आरोप है। लेकिन जैसे आपने मुझे माला पहनाया और आपका हाथ शरीर में लग जाए। कुछ इसी तरह की बात पर यह लोग मेरे लिये फांसी चाहते हैं। इनके पास कोई ऑडियो, वीडियो व कोई रिकॉर्डिंग नहीं है। बस कहानी पर कहानी चलाई जा रही है। उनको पता होना चाहिए कि पूरा देश आज आक्रोश में है। सभी जाति व धर्म के लोग मेरे साथ खड़े हैं।
सांसद ने कहा, भगवान राम का जिस समय राज तिलक होना था। अगर कैकेयी माता ने वनवास न मांगा होता, तो राम केवल राजा बनकर रह जाते। केवट, सुग्रीव, हनुमान जी, शबरी, विभीषण से भेंट न होती और न लंका दहन होता, न राम सेतु बनता और न रावण मारा जाता। वैसे ही विधाता हमारे माध्यम से कोई बड़ा काम लेना चाहता है। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की कैसरगंज सीट से भाजपा सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण का आरोप लगाते हुए देश के नामी-गिरामी पहलवान इस वक्त दिल्ली के जंतर मंतर पर पिछली 23 अप्रैल से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शन कर रहे पहलवानों में विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया तथा साक्षी मलिक समेत कई नामी पहलवान शामिल हैं। उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण शरण सिंह पर मामले दर्ज किए हैं और इस संबंध में जांच की जा रही है। खेल मंत्रालय ने पहलवानों के आरोपों की जांच पूरी होने तक कुश्ती महासंघ की सभी गतिविधियों को तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया है।