सुलतानपुर डकैती का एक और आरोपी ढेर, एसटीएफ ने एनकाउंटर में मार गिराया

0
94

लखनऊ/सुलतानपुर। यूपी के सुलतानपुर में पिछले माह एक सर्राफा कारोबारी की दुकान में हुई डकैती के मामले का एक और आरोपी सोमवार को उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्यबल (एसटीएफ) के साथ उन्नाव में हुई मुठभेड़ में मारा गया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि आरोपी की शिनाख्त अमेठी के जनापुर गांव के रहने वाले एक लाख रुपये के इनामी अनुज प्रताप सिंह के रूप में की गई है। इसके पहले, पांच सितंबर को सुलतानपुर में एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में आरोपी मंगेश यादव मारा गया था जिसे लेकर राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया था। समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस ने इस मुठभेड़ को ”फर्जी” बताया है। अपर पुलिस महानिदेशक (एसटीएफ व कानून-व्यवस्था) अमिताभ यश ने सोमवार को बताया कि उन्नाव जिले के अचलगंज थाना क्षेत्र में एसटीएफ लखनऊ की टीम और सुलतानपुर में ‘भारत ज्वैलर्स’ की दुकान में हुई डकैती के आरोपियों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें एक बदमाश घायल हो गया जबकि दूसरा मौके का फायदा उठाकर भाग गया।

यश ने बताया कि घायल बदमाश को प्राथमिक उपचार हेतु सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे जिला अस्पताल रेफर किया गया। उन्होंने बताया कि जिला अस्पताल में अभियुक्त अनुज प्रताप सिंह को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार ने बताया कि मुठभेड़ में मारे गए बदमाश अनुज प्रताप सिंह पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित था। पुलिस के अनुसार, अभियुक्त के कब्जे से दो पिस्तौल 32 बोर, सात खोखा कारतूस, तीन जिंदा कारतूस तथा एक बैग मिला है जिसमें लगभग चार किलोग्राम चांदी थी। उन्होंने बताया कि विधि विज्ञान प्रयोगशाला एवं थाना अचलगंज के दल अग्रिम विधिक कार्रवाई कर रहे हैं। इससे पहले, मंगेश यादव पांच सितंबर को एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में मारा गया था। पुलिस के अनुसार, 28 अगस्त को सुलतानपुर शहर कोतवाली क्षेत्र के ठठेरी बाजार स्थित एक सर्राफा व्यवसायी की दुकान से करीब डेढ़ करोड़ रुपये के जेवरात लूटे गये थे।

सुलतानपुर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) सोमेन बर्मा ने सोमवार को पत्रकारों को बताया कि सुलतानपुर में हुई डकैती के मामले में कुल 14 अभियुक्तों के नाम सामने आए, जिनमें से 11 अभियुक्तों के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई की है। उन्होंने बताया कि इन 11 अभियुक्तों में अनुज प्रताप सिंह भी शामिल था। बर्मा ने बताया कि अनुज उन पांच अभियुक्तों में शामिल था जिन्होंने सर्राफा की दुकान में घुस कर लूटपाट की। बर्मा ने बताया कि इसके पहले भी अनुज ने गुजरात के सूरत में बैंक डकैती की थी और मामले में वह जेल भी गया था। एसपी ने बताया कि डकैती के दौरान लगभग 2.6 किलोग्राम स्वर्ण आभूषण चोरी हुए थे जिन्हें पुलिस ने बरामद कर लिया है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा कुल 30 किलोग्राम चांदी के आभूषण भी बरामद किए जा चुके हैं। बर्मा ने दावा किया कि इस घटना के फरार आरोपियों अरबाज, फुरकान और अंकित यादव को गिरफ्तार करने के लिए एसटीएफ और पुलिस की टीम लगातार प्रयासरत है।

Previous articleदलित नेता कांग्रेस, ”जातिवादी पार्टियों” से संबंध तोड़ बाबासाहेब के दिखाए मार्ग पर चलें: मायावती
Next articleबरेली में बहन पर अश्लील टिप्पणी का विरोध करने के कारण भाई की हत्या