जालौन। समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी पर परिवार वाद और अपने कार्यकाल में सिर्फ परिवार का ही भला करने के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के आरोपों पर शुक्रवार को कहा कि जिसके परिवार होता है वही उनका दुख दर्द समझ सकता है, जिनका कोई परिवार नहीं होता, वह दुख दर्द क्या जाने। जालौन में चुनाव प्रचार के दौरान सपा अध्यक्ष ने यह बात कही।
उन्होंने कहा, यह (भाजपा के नेता) कह रहे हैं कि हम घोर परिवारवादी हैं, जिसका परिवार होता है, वही परिवार वालों का दुख दर्द समझता है। यह भाजपा के नेता इनके कोई परिवार नहीं है, यह क्या जानें परिवार का दुख दर्द। एक परिवार वाला ही अपना दायित्व, अपनी जिम्मेदारी समझ सकता है। एक परिवार वाला ही समझता है कि मंहगाई क्या है? यहां परिवार वाले लोग बैठे हैं जो मंहगाई को महसूस कर सकते हैं। नौजवान बेरोजगार, मंहगाई की मार को महसूस करते हैं। गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी ने समाजवादी पार्टी पर परिवारवाद का आरोप लगाया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बृहस्पतिवार को राज्य की कई जनसभाओं में कहा था कि सपा का मतलब ‘स’ से संपत्ति और ‘प’ से परिवारवाद है।
अपने संबोधन में बैंक घोटाले का जिक्र करते हुए यादव ने कहा, 2017 में नोटबंदी करके आपके पैसे को बैंको में जमा करवा लिया बाद में बैंकों से बड़े बड़े उद्योगपति पैसा लेकर भाग गए। आपके बैंक में जमा पैसे की चोरी हो गई। अभी कुछ दिन पहले एक उद्योगपति 28 बैंकों का 22 हजार करोड़ से ज्यादा रूपये लेकर भाग गया । यह पहला उद्योगपति नहीं है जो पैसा लेकर भागा हो। भारतीय जनता पाटी की जब से सरकार बनी है, बड़े बड़े उद्योगपति बैंको का पैसा लेकर भाग गए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर इशारा करते हुए सपा अध्यक्ष ने कहा, जिस तरह से पहले चरण का चुनाव हुआ है, पहले चरण से गठबंधन ने बढ़त बना ली है और दूसरे चरण का जो वोट पड़ा है गठबंधन ने अपना शतक लगा लिया है। यह चुनाव तीसरे चरण का है और मैं यह कह सकता हूं कि तीसरे और चौथे चरण के बाद जो मतदान होगा उसके बाद समाजवादी पार्टी और गठबंधन के पक्ष में दूसरा शतक लग जाएगा । जो लोग गर्मी निकालने की बात कह रहे थे, वह नेता और उनके समर्थक पहले चरण के बाद ही ठंडे पड़ गए हैं। जो समर्थन हमको मिल रहा है उससे भाजपा के नेता सुन्न पड़ गये हैं।