लखनऊ। कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अजय राय ने लखनऊ में पुलिस हिरासत में जान गंवाने वाले दलित युवक के परिजनों से मुलाकात की और सरकार से परिवार को एक करोड़ रुपये मुआवजा देने के साथ ही पीड़ित की विधवा के लिए सरकारी नौकरी की मांग की। पूर्व मंत्री अजय राय ने परिजनों से मुलाकात कर अपनी संवेदनाएं प्रकट की तथा पार्टी की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया। पुलिस के अनुसार, राजधानी लखनऊ के विकास नगर थाना क्षेत्र में जुआ खेलने के आरोप में 11 अक्टूबर को पुलिस द्वारा हिरासत में लिये गए दलित युवक अमन गौतम (24) की कथित रूप से दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गयी। इस संबंध में चार पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने पुलिस के इस दावे को खारिज कर दिया कि अमन गौतम की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई है।
उन्होंने तर्क दिया कि मजदूरी करने वाले युवक को कोई बीमारी नहीं थी और न ही वह कोई दवा ले रहा था और मांग की कि मामले में शामिल पुलिसकर्मियों पर हत्या का मामला दर्ज किया जाए। राय ने मृतक की कम उम्र का हवाला देते हुए सवाल उठाया, “क्या 24-25 साल के व्यक्ति को दिल का दौरा पड़ेगा? मुझे नहीं लगता कि उसे कोई बीमारी थी या वह कोई दवा ले रहा था। वे (पुलिस) झूठ बोल रहे हैं। वे (परिवार) कह रहे हैं कि पुलिस की पिटाई से उसकी मौत हुई है। यह हत्या का मामला है।” गौतम के परिवार से मुलाकात के बाद अजय राय ने पत्रकारों से कहा, “यह सरकार मेहनत-मजदूरी करके अपना जीवन यापन करने वाले लोगों को परेशान कर रही है। लखनऊ में अमन के साथ जो हुआ, अयोध्या में लड़की के साथ जो हुआ और बहराइच में जो हो रहा है, आप देख सकते हैं। वे गरीब लोगों को परेशान कर रहे हैं और उनके साथ अन्याय कर रहे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया, “पुलिस के अत्याचारों से पूरा प्रदेश बर्बाद हो गया है। पूरे प्रदेश में अराजकता का माहौल है, जंगलराज है।” राय ने कहा कि कांग्रेस के नेता पार्टी नेतृत्व के निर्देश पर परिवार से मिलने आए हैं और कांग्रेस तन, मन और धन के साथ शोकाकुल परिवार के साथ खड़ी है। राय ने दावा कहा कि अगर मांगें पूरी नहीं की गईं तो यह माना जाएगा कि सरकार भी ऐसी हत्याओं में शामिल है। पुलिस हिरासत में दलित युवक की मौत से प्रदेश का राजनीतिक पारा चढ़ गया है। आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष और सांसद चंद्रशेखर आजाद व समाजवादी पार्टी के सांसद आरके चौधरी ने रविवार को पीड़ित परिवार से मुलाकात की। शनिवार को बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने गौतम की मौत पर दुख जताया और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इससे पहले गौतम की पत्नी रोशनी ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि शुक्रवार रात को उनके पति को विकास नगर के आंबेडकर पार्क से पुलिस की एक टीम ने हिरासत में लिया था और उन्हें मारा पीटा जिससे उनकी मौत हो गयी। अपर पुलिस उपायुक्त (एडीसीपी) जितेंद्र कुमार दुबे ने रविवार को बताया, “अमन गौतम (24) सहित दो व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया था और थाने ले जाते समय गौतम की हालत बिगड़ गई। अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया गया।” पुलिस ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम तीन डॉक्टरों की एक टीम ने किया है और इसकी रिपोर्ट के अनुसार शरीर पर प्रत्यक्ष रूप से कोई चोट नहीं पाई गई और मौत ‘दिल का दौरा’ पड़ने के कारण हुई है। पुलिस के मुताबिक, मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।