मेरठ की सरधना थाना पुलिस ने दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल की हत्या के आरोप में हस्तिनापुर आश्रम से आरोपी गणेशानन्द उर्फ गनपत को गिरफ्तार कर लिया। अभियुक्त के विरूद्ध सरधना थाने में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अधीक्षक (देहात) कमलेश ठाकुर ने बताया कि दिल्ली पुलिस का हेड कांस्टेबल गोपीचन्द बीती 26 मार्च से लापता था। गोपीचन्द की पत्नी रेखा ने सरधना थाने में गुमशुदगी की शिकायत कराई थी। इसके बाद 27 अप्रैल को मामला दर्ज किया गया था।
उन्होंने बताया कि गुमशुदगी की जांच में सामने आया कि करीब एक वर्ष पहले गोपीचन्द तन्त्र मंत्र के सिलसिले में शुक्रताल में बाबा गणेशानन्द उर्फ गनपत से मिला था। इसके बाद गोपीचन्द लगातार बाबा गणेशानन्द से मिलता रहा और अपनी पत्नी को तन्त्र मन्त्र से मरवाने के लिए दबाव बनाता रहा। इसके एवज में गोपीचन्द ने बाबा गणेशानन्द को एक साल के अन्दर करीब ढाई लाख रुपये दिए।
पुलिस ने बताया कि बाबा गणेशानन्द ने 26 मार्च को गोपीचन्द को डेढ़ लाख रुपये लेकर उसकी पत्नी रेखा को मारने के लिए तन्त्र-मन्त्र करने के सिलसिले में अपने आश्रम पर आने के लिए कहा। पुलिस के अनुसार गोपीचन्द अपनी मोटरसाइकिल से एक मुर्गा लेकर बाबा के आश्रम में पहुंचा। बाबा तन्त्र मन्त्र का सामान और एक दांव लेकर गोपीचन्द के साथ सिरजेपुर गांव के पास गंगा किनारे पहुंचा। बाबा तंत्रमंत्र करने लगा और गोपीचन्द वहीं पास में लेट गया। पुलिस ने कहा कि बाबा ने पहले मुर्गे की बलि दी और फिर उसी दांव से लेटे हुए गोपीचन्द के गले पर प्रहार कर घायल कर दिया जिससे गोपीचन्द की मृत्यु हो गयी और बाबा गणेशान्द ने पास बह रही गंगा नदी में गोपीचन्द के शव को बहा दिया।