यूपी में हादसा: गाजीपुर में करंट लगने से चार मरे, तीन गंभीर रूप से घायल

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गाजीपुर जिले के मरदह क्षेत्र में बुधवार को करंट लगने से चार लोगों की मौत हो गयी तथा तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस घटना के लिए जिम्मेदार बिजली कर्मियों को बर्खास्त करने और मृतकों के परिजनों तथा घायलों को मुआवजा देने की मांग की है। पुलिस क्षेत्राधिकारी अनिल चंद्र तिवारी ने बताया कि मरदह थाना क्षेत्र के नरवर गांव में आज काशी दास बाबा की पूजा के कार्यक्रम की तैयारी में खम्भे गाड़े जा रहे थे। इसी दौरान एक खम्भा ऊपर से गुजर रहे हाइटेंशन तार से छू गया और उसमें करंट आ गया। तिवारी ने बताया कि करंट लगने से सिपाही रविन्द्र यादव (28), उसके छोटे भाई अभय यादव (24) के अलावा छोटेलाल यादव (35) तथा अमन यादव (20) की भी मौके पर ही मृत्यु हो गई। चारों शवों को पोस्टमार्टम के लिये भेजा गया है।

उन्होंने बताया कि इस घटना में गम्भीर रूप से घायल अभोरिक यादव (15), संतोष यादव (35) और जीतेंद्र यादव (42) को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनका इलाज चल रहा है। इस बीच, सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस घटना के लिए जिम्मेदार बिजली कर्मियों को बर्खास्त करने और मृतकों के परिजनों तथा घायलों को मुआवजा देने की मांग की है। उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, “उप्र के गाजीपुर में हाइटेंशन लाइन से करंट लगने के कारण चार लोगों की मौत और अन्य कई लोगों के गंभीर रूप से घायल होने की सूचना दुखद है।

सरकार और बिजली विभाग इसके लिए एक-दूसरे को ज़िम्मेदार न ठहरायें बल्कि जाँच बिठायें, इन मौतों के लिए उत्तरदायी लोगों को बर्खास्त करें और मृतकों-घायलों को मुआवज़ा दें।” यादव ने कहा, “साथ ही सरकार बार-बार बिजली जाने और 24 घंटे बिजली न आने के ख़िलाफ़ हो रहे धरना-प्रदर्शन का संज्ञान ले।” उन्होंने प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा, “यदि इस सरकार ने बिजली उत्पादन का नया संयंत्र लगाया होता या पूर्व में सपा सरकार में बने बिजली घरों को ठीक से चलाया होता और उत्पादन बढ़ाया होता तो प्रदेश में ऐसी बदहाली न होती। सौर संयंत्र की सुध न जाने भाजपा सरकार को कब आयेगी।

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