उत्तर प्रदेश मे बस्ती जिले के कप्तानगंज थाना क्षेत्र में एक सड़क दुर्घटना मे एक ही परिवार के चार सदस्यों की मौत हो गयी है जबकि तीन अन्य लोग गम्भीर रूप से घायल हो गये है। पुलिस सूत्रों ने गुरूवार को बताया कि गोरखपुर के पादरी बाजार निवासी डा ओम नरायन श्रीवास्तव फतेहपुर में रहते है। बुधवार देर रात वे अपने परिवार के साथ पैतृक आवास गोरखपुर के पादरी बाजार जा रहे थे कि कप्तानगंज थाना क्षेत्र खजुहा गांव के निकट पीछे से एक अज्ञात वाहन ने कार को ठोकर मार दिया।
टक्कर के बाद कार अनियंत्रित होकर एक अज्ञात वाहन से टकरा गई। इस हादसे में कार सवार रवि श्रीवास्तव (40), वंदना श्रीवास्तव (70), रतन श्रीवास्तव (35) और कार चालक की मौत हो गई जबकि डॉ. ओम नारायण (78) और प्रणव श्रीवास्तव (14), वैष्णवी (8) गम्भीर रूप से घायल हो गए। सभी लोग कार में फंस गये थे जिन्हें अथक प्रयास के बाद बाहर निकाला गया। मृतको में रवि और रतन पति पत्नी बताये जा रहे है जबकि बंदना रवि की माँ बताई जा रही हैं, चालक की पहचान अभी नही हो पाई हैं।
गौरतलब है कि जिला अस्पताल में आये दिन सड़क हादसे में मारे गये लोगो का शव मोर्चरी रखने को लेकर विवाद होता रहता है। बीती रात सड़क हादसे में मारे गये चार लोगों के शवों को लेकर जिला अस्पताल में लचर व्यवस्था एक बार फिर सुर्खियों में आ गया। एम्बुलेंस में चार लोगों के शवों को लेकर रात भर एम्बुलेंस में घूमता रहा। जिला अस्पताल के कर्मियों ने पहले तो शवो को मोर्चरी खराब होने का बहाना बनाकर पल्ला झाड़ लिया। रात 12 बजे से तीन बजे तक पीएम हाउस और जिला अस्पताल तक शवो को लेकर एनएचएआई की एम्बुलेंस घूमती रही। बाद में जब शवो को लेकर फिर एम्बुलेंस जिला अस्पताल पहुँची तो 112 डायल करके पुलिस बुलाया। घण्टों पंचायत के बाद तीन शवो को मोर्चरी में रखा गया जबकि एक शव को मोर्चरी के बाहर ही रखवाया गया।