भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने रविवार को पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि हमें हमेशा आत्मविश्वास रखना चाहिए और उस आत्मविश्वास के साथ-साथ आत्मनियंत्रण भी लगातार बने रहना चाहिए। रविवार को यहां डॉ. राममनोहर लोहिया विधि विश्वविद्यालय के आंबेडकर सभागार में आयोजित भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति की एक दिवसीय बैठक के समापन सत्र में मुख्य अतिथि के तौर पर अपने संबोधन में नड्डा ने यह बात कही। उन्होंने कहा, ”कोई बाहर वाला हमें नहीं बताता, हमें खुद मालूम है कि हमें क्या करना है, इसलिए हमारा विश्वास भी न डगमगाए और हमारी चिंतन की प्रक्रिया लगातार चलती रहे, इसका हमें ध्यान रखना है।” नड्डा ने दावा किया, ”जनता भाजपा के साथ है।
17 राज्यों में राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) और 13 राज्यों में भाजपा की सरकारें हैं और आपको जानकर खुशी होगी कि 58 प्रतिशत भूभाग पर भाजपा का कमल खिल रहा है। हमें ध्यान रखना चाहिए कि हम किस पार्टी के सदस्य हैं।” भाजपा अध्यक्ष ने विपक्षी दलों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर हमारे कार्यकर्ता पूरी ताकत से जुट जाएं तो आपको (सरकार में आने से) हमेशा के लिए रोक सकते हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं से पार्टी को पूरी तरह सुदृढ़ बनाने का आह्वान किया। उन्होंने उत्तर प्रदेश की पूर्ववर्ती सरकारों में हुए कथित घोटालों की चर्चा करते हुए कहा, ”कमल खिलता है तो सुशासन आता है और दूसरे लोग आते हैं तो व्यापारी पलायन करते हैं, बहू बेटियां सुरक्षित नहीं रहतीं और घोटाले पर घोटाला होता है।” लोकसभा चुनाव के बाद पहली बार हुई भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में नड्डा ने बिना नाम लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका गांधी वाद्रा पर निशाना साधते हुए कहा, ”हमेशा यह ध्यान रखना चाहिए कि राजनीतिक कार्यकर्ता की हैसियत से हम कौन सा दृष्टिकोण लोगों के सामने खड़ा कर रहे हैं।
मुझे समझ में नहीं आता कि ये कांग्रेसी (क्या कहना चाहते हैं) और ये भाई-बहन पढ़े लिखे अनपढ़ लगते हैं।” भाजपा अध्यक्ष ने कहा, “स्वास्थ्य मंत्री के तौर पर कांग्रेसियों की आंखें तो ठीक कर सकता हूं, लेकिन वह दृष्टि कहां से लाऊं जो इनको देश की मजबूत होती अर्थव्यवस्था दिखा सके। उन्होंने कहा कि 200 साल तक जिस ब्रिटेन ने भारत में राज किया, उसे पछाड़ते हुए भारत दुनिया में पांचवें नंबर की अर्थव्यवस्था बन गया है।” इससे पहले उन्होंने कहा, ”हम कार्यकर्ता हैं और नेता भी हैं, और आप भी नेता हैं। नेता और कार्यकर्ता एक हैं। हर नेता पहले कार्यकर्ता होता है।” नड्डा ने कहा, ”हमारे कंधों पर मौसमी जिम्मेदारी नहीं है, जिम्मेदारी हमेशा हमारे कंधों पर है, यह बात हम सबको ध्यान में रखनी है। 2024 का चुनाव यह परिलक्षित करता है कि भारत की जनता ने अगर लगातार तीसरी बार मोदी जी के नेतृत्व को समर्थन दिया है तो वह एक विशेष कार्य के लिए दिया है। हमें 2047 में भारत को विकसित बनाकर दिखाना है।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ”इसीलिए जब हम अपनी जिम्मेदारियों के बारे में बात करते हैं तो यह ख्याल रहे कि भाजपा भविष्य को ध्यान में रखकर काम करने वाली पार्टी है। यह भविष्य हमारे हाथों में है और इसको संभाल कर चलना हमारी जिम्मेदारी है।” उन्होंने कहा, ”चुनाव के नतीजों ने यह बता दिया कि कोई राजनीतिक दल अगर वह पूर्वोत्तर में मजबूत है तो मध्य भारत में शून्य है, अगर कोई उत्तर भारत में ताकतवर है तो दक्षिण भारत में कमजोर है। अगर वह पश्चिम भारत में सक्षम है तो पूर्व में उसका कोई नामलेवा नहीं है। भाजपा अकेली अखिल भारतीय पार्टी है। पूरब, पश्चिम, उत्तर, दक्षिण और पूर्वोत्तर में भाजपा अकेली ताकतवर पार्टी है।” भाजपा के संघर्षों की याद दिलाते हुए नड्डा ने कहा, ”हमने कितने उतार चढ़ाव देखे हैं। हमारा लोग मजाक उड़ाते थे लेकिन अब भाजपा ने तीसरी बार मोदी जी के नेतृत्व में सरकार बनाई है।” उन्होंने कहा, ”देश में 1500 से अधिक पार्टियां हैं, किसी भी पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र नहीं है, अधिकतर पार्टियां परिवारवादी हो गयी हैं, अकेली भाजपा सबका साथ-सबका विकास, सबका प्रयास और सबका विश्वास के मूल मंत्र पर काम कर रही है।” विपक्ष और खासतौर पर कांग्रेस पर निशान साधते हुए नड्डा ने कहा, “ये संविधान के रक्षक नहीं, हत्या करने वाले लोग हैं, जब हमने (भाजपा) 25 जून को संविधान हत्या दिवस मनाने का फैसला किया तो इन्हें बहुत पीड़ा हुई।