लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संभल में कल्कि धाम मंदिर का शिलान्यास करने पहुंचे हैं। यहां से सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ पीएम मोदी सीधे लखनऊ जाएंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी यहां ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी (जीबीसी 4.0) के जरिए उत्तर प्रदेश में 10 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की 14 हजार से अधिक परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगे। पीएम मोदी सोमवार दोपहर करीब डेढ़ बजे लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतष्ठिान में पहुंचेंगे और देश के दिग्गज औद्योगिक घरानो के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में प्रदेश को एक ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था बनाने के संकल्प के साथ परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगे। वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ यहां आयोजित होने वाली प्रदर्शनी का भी अवलोकन करेंगे। साथ ही मुख्य जीबीसी हैंगर में वो प्रदेश की जनता को संबोधित करते हुए इन परियोजनाओं की शुरुआत के लिए शुभकामनाएं देंगे। इसके साथ ही प्रदेश में करीब 34 लाख रोजगार के अवसरों की संभावनाओं के द्वारा भी खुल जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष 10 से 12 फरवरी के मध्य ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन हुआ था। उसके करीब एक वर्ष बाद 19-21 फरवरी के बीच ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी 4.0 का आयोजन किया जा रहा है। 22 जनवरी को अयोध्या में प्रभु श्रीराम लला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद योगी सरकार के लिए यह एक और बड़ा अवसर है, जब पूरी दुनिया की नजरें उत्तर प्रदेश की ओर लगी होंगी। इस अवसर पर पीएम मोदी सरकार की उपलब्धियों की जानकारी देंगे तो साथ ही निवेशकों को सफलता के मंत्र भी बताएंगे। इस अवसर पर सीएम योगी भी उत्तर प्रदेश में उद्योगों के अनुरूप माहौल के साथ ही भविष्य की योजनाओं को लेकर अपनी बात रखेंगे। औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल नंदी पीएम मोदी का स्वागत करेंगे, जबकि हिंदुजा ग्रुप के चेयरमैन धीरज हिंदुजा, सैमसंग, साउथ वेस्ट एशिया के सीईओ जेपी पार्क, आईएनजीकेए के सीईओ सुसैन पल्वरर, टोरेंट ग्रुप के एमडी जीनल मेहता और एडवर्ब टेक्नोलॉजीज के चेयरमैन जलज मेहता भी प्रदेश में औद्योगिक विकास की उपलब्धियों के विषय में अपने विचार रखेंगे। रक्षा मंत्री और लखनऊ से सांसद राजनाथ सिंह भी यहां अपने विचार रखेंगे, जिसके बाद पीएम मोदी परियोजनाओं को डिजिटल ग्राउंड ब्रेकिंग के माध्यम से शुभारंभ करेंगे। इस अवसर पर पीएम को प्रदेश सरकार की उपलब्धियों पर आधारित एक शॉर्ट फिल्म भी दिखाई जाएगी।
कार्यक्रम में दुनिया भर के तकरीबन 4000 प्रतिभागियों के प्रतिभाग करने की संभावना है, जिसमें जाने माने उद्योगपति, फॉर्च्यून ग्लोबल/इण्डिया 500 कंपनियां, विदेशी निवेशक भागीदार, राजदूत/उच्चायुक्त एवं अन्य प्रतिष्ठित अतिथि सम्मिलित हैं। प्रदर्शनी स्थल पर 10 अलग-अलग पवेलियन बनाए गए हैं, जिनमें एआई पवेलियन, टेक्सटाइल, डाटा सेंटर/इलेक्ट्रॉनक्सि एंड आईटी, वेयरहाउस एंड लॉजस्टिक्सि, फल्मि सिटी, इन्वेस्ट यूपी/टॉप इन्वेस्टर्स, मेडिकल डिवाइसेज, ईवी एंड रिन्यूएबल एनर्जी और डिफेंस/एयरोस्पेस शामिल हैं। जीबीसी के जरिए प्रदेश में 10,23,537 करोड़ की 14,619 परियोजनाओं का शुभारंभ होने जा रहा है। सबसे खास बात ये है कि प्रदेश के सभी हिस्सों और जिलों ये निवेश होगा। इसके अंतर्गत सर्वाधिक 52 प्रतिशत निवेश परियोजनाओं की शुरुआत प्रदेश के पश्चिमांचल हिस्से में होगी। वहीं पूर्वांचल में 29 प्रतिशत, मध्यांचल में 14 प्रतिशत और बुंदेलखंड में 5 प्रतिशत निवेश परियोजनाओं को धरातल पर उतारा जाएगा। प्रदेश के सभी 75 जनपदों में निवेश परियोजनाओं की शुरुआत होगी। इसमें 19 जिले तो ऐसे हैं जिन्होंने निवेश लक्ष्य का शत प्रतिशत से भी ज्यादा हासिल किया।
इसमें एटा ने 354 प्रतिशत, सीतापुर ने 145 प्रतिशत, शाहजहांपुर ने 127 प्रतिशत, सोनभद्र ने 121 प्रतिशत, चंदौली ने 117 प्रतिशत, मुजफ्फरनगर और मुरादाबाद ने 114 प्रतिशत, मीरजापुर ने 113 प्रतिशत, हरदोई ने 111 प्रतिशत, अमेठी ने 108 प्रतिशत, बाराबंकी ने 108 प्रतिशत, फतेहपुर, गोंडा ने 105 प्रतिशत, बरेली ने 104 प्रतिशत, रामपुर ने 103 प्रतिशत, बहराइच ने 101 प्रतिशत और लखीमपुर खीरी, भदोही व बिजनौर ने 100 प्रतिशत लक्ष्य हासिल किया है। अधिकांश 19.24 प्रतिशत निवेश आवास में होना निर्धारित है। इसके अलावा 15 प्रतिशत निवेश रिन्यूएबल एनर्जी में, 13 प्रतिशत मैन्युफैक्चरिंग में, 10 प्रतिशत आईटी एवं आईटी आधारित सेवाओं में, 7.83 प्रतिशत लॉजिस्टिक्स एवं वेयरहाउसिंग में, 7.5 प्रतिशत ऊर्जा में, 6.01 प्रतिशत फूड प्रॉसेसिंग में, 5.27 प्रतिशत इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग में, 2.96 प्रतिशत शिक्षा में स्थापित किया जाएगा। यह योगी सरकार का चौथा ग्राउंड ब्रेकिंग समारोह है। इससे पहले योगी सरकार तीन ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी आयोजित कर चुकी है, जिसके माध्यम से प्रदेश में 2.10 लाख करोड़ से ज्यादा का निवेश धरातल पर उतारा गया था।
उत्तर प्रदेश सरकार ने फरवरी-2018 में पहली बार यूपी इन्वेस्टर्स समिट का सफलतापूर्वक आयोजन किया था। समिट में 4.28 लाख करोड़ रुपए के 1,045 एमओयू पर हस्ताक्षर हुए थे। इसके बाद जुलाई-2018 में प्रथम ग्राउंड ब्रेकिंग समारोह तथा जुलाई 2019 में दूसरा ग्राउंड ब्रेकिंग समारोह आयोजित किया गया, जिसमें क्रमशः 61,792 करोड़ रुपए के निवेश वाली 81 परियोजनाओं तथा 67,202 करोड़ रुपए के निवेश वाली लगभग 290 परियोजनाओं का सफलतापूर्वक शुभारंभ किया गया। जून 2022 में, ग्राउंड-ब्रेकिंग समारोह के तीसरे संस्करण का आयोजन किया गया, जिसमें लगभग 80,000 करोड़ रुपए से अधिक के निवेश वाली 1,400 से अधिक परियोजनाओं का शुभारंभ किया गया।