आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों के तहत राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) उत्तर प्रदेश में सद्भावना भाईचारा सम्मेलन आयोजित करेगा। रालोद के राष्ट्रीय महासचिव त्रिलोक त्यागी ने रविवार को यहां संवाददाताओं को बताया कि पहला सम्मेलन सितंबर में मेरठ में आयोजित होगा। त्यागी ने कहा, किसानों और समाज के अन्य समूहों को साथ लाने के उद्देश्य से पहला सम्मेलन अगले महीने मेरठ में आयोजित किया जाएगा।
पार्टी अध्यक्ष जयंत चौधरी भी इस सम्मेलन में शामिल होंगे। रालोद का समाजवादी पार्टी से गठबंधन है। पार्टी भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के खिलाफ विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया (इंडियन नेशनल डेवलॉपमेंटल इन्क्ल्युसिव एलायंस) में भी शामिल हो गई है। रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी के राजग में शामिल होने की अटकलों पर एक सवाल का जवाब देते हुए त्यागी ने कहा, रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के साथ हैं और वह इसीके तहत चुनाव लड़ेंगे। त्यागी ने केंद्र और राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि भाजपा गन्ना किसानों का बकाया चुकाने और युवाओं को रोजगार देने में विफल रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा को किसानों, युवाओं या महिलाओं के मुद्दों से कोई लेना-देना नहीं है। त्यागी ने हाल ही में हरियाणा के नूंह और मणिपुर में हुई हिंसा के संदर्भ में कहा, ”नूंह और मणिपुर की हिंसा से पता चलता है कि भाजपा सांप्रदायिकता फैलाकर सत्ता में वापसी करना चाहती है। देश की जनता समझ चुकी है कि इन लोगों (भाजपा) के पास सांप्रदायिक नफरत फैलाने के अलावा और कोई काम नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि जनता 2024 में भाजपा को जड़ से उखाड़ फेंकने और विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की सरकार बनाने जा रही है।