उत्तराखंड में बीते 24 घंटों में दो अलग-अलग सड़क हादसों में 10 व्यक्तियों की मृत्यु हो गयी । मरने वालों में कार चालक के अलावा दो परिवारों के नौ सदस्य शामिल हैं । पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस के अनुसार पहली घटना टिहरी जिले के भिलंगना क्षेत्र के बालगंगा में शुक्रवार शाम हुई जहां एक परिवार के पांच सदस्यों को लेकर जा रही कार अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरी । ये लोग अपने रिश्तेदार के यहां शोक संवेदना व्यक्त कर गांव लौट रहे थे। बालगंगा के तहसीलदार एस पी ममगाई ने बताया कि इस दुर्घटना में पांचों व्यक्तियों की मौके पर ही मौत हो गई।
उन्होंने बताया कि होल्टा गांव के रहने वाले गबर सिंह अपने परिवार के साथ अपनी बहू के मायके राजगांव में किसी रिश्तेदार की मृत्यु की शोक संवेदना व्यक्त करने के बाद वापस लौट रहे थे और तभी रास्ते में सेंदुल-पटुड गांव मोटर मार्ग पर कार पीछे करते समय वह अनियंत्रित होकर लगभग 200 मीटर गहरी खाई में गिर गई। ममगाई ने बताया कि दुर्घटना इतनी भीषण थी कि कार के परखच्चे उड़ गए और पुलिस तथा स्थानीय लोगों ने कड़ी मशक्कत के बाद शवों का खाई से बाहर निकाला। पुलिस के अनुसार मृतकों में गबर सिंह (63) के अलावा उनकी पत्नी बबली देवी (59), तुलसी देवी (65), सोना देवी (55) और उर्मिला देवी (50) शामिल हैं। एक अन्य घटना में, ऊधमसिंह नगर जिले के खटीमा में लोहिया हेड पावर चैनल के पास एक कार शारदा नहर में जा गिरी जिससे उसमें सवार एक परिवार के चार सदस्यों समेत पांच व्यक्तियों की मृत्यु हो गई। मरने वालों में कार चालक भी शामिल है। पुलिस ने यह जानकारी दी।
उसने बताया कि यह हादसा द्रोपदी नाम की महिला अपनी पुत्री और अपने भाई के दो बच्चों को लेकर अपने भाई मोहन चंद के अंजनिया स्थित घर से अपने लोहिया हेड पावर हाउस स्थित अपने घर लौटते समय हुआ। दुर्घटना का पता तब चला जब द्रोपदी के घर न पहुंचने तथा उसका फोन बंद मिलने पर मोहन चंद अपने स्कूटर से उन्हें ढूंढने निकले। रास्ते में उन्होंने कार नहर में गिरी देखी तो पुलिस को सूचना दी। गोताखारों की मदद से नहर से शव बाहर निकाले गए। मृतकों में द्रोपदी (34), उसकी पुत्री ज्योति, भाई की पुत्री दीपिका (सात), भाई का पुत्र सोनू (पांच) तथा कार चालक मोहन सिंह धामी शामिल हैं। द्रोपदी विधवा थी और लोहिया हेड पावर हाउस में काम करती थी।