उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि प्रौद्योगिकी न केवल ‘व्यापार सुगमता’ बल्कि ‘जीवन को आसान बनाने ‘के लक्ष्य को भी हासिल करने में मदद कर सकती है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने आवास पर वीएफएस ग्लोबल वीजा एप्लिकेशन सेंटर का उद्धाटन करने के अवसर पर वहां मौजूद लोगों को संबोधित कर रहे थे। इस केन्द्र की शुरुआत होने से ऑस्ट्रिया, नीदरलैंड, चेक गणराज्य, स्विट्जरलैंड, एस्टोनिया, हंगरी, पुर्तगाल, जर्मनी, इटली तथा सऊदी अरब सहित 10 देशों की यात्रा करने के सम्बन्ध में सेवाएं लखनऊ में प्रदान की जाएंगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट के एक सप्ताह पूर्व लखनऊ में वीएफएस ग्लोबल सेंटर के उद्धाटन को न केवल राजधानी वासियों बल्कि प्रदेशवासियों के लिए एक अवसर बताया और इसके लिए वीएफएस ग्लोबल के संस्थापक, सीईओ के साथ उनकी टीम को धन्यवाद दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस केंद्र के शुरू होने से 10 देशों के लिए वीजा आवेदन करने की एक सरल प्रक्रिया प्रदेशवासियों को मिलने लगेगी। उन्होंने कहा, आज के समय में हम तकनीक का उपयोग करके ईज ऑफ बिजनेस (व्यापार सुगमता) की नहीं बल्कि ईज ऑफ लिविंग (जीवन सुगमता) के लक्ष्य को थोड़े ही प्रयास से प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि यह केन्द्र प्रतिवर्ष एक लाख 20 हजार से अधिक वीजा आवेदनों का निस्तारण करने की क्षमता रखता है।
मुख्यमंत्री ने कहा, मुझे सूचित किया गया कि वीएफएस ग्लोबल, इंडियन होटल कंपनी लिमिटेड के सहयोग से युवाओं को अतिथ्य सेवा के लिए राज्य सरकार के कौशल विकास कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षित करेगा। उन्होंने कहा,” इससे उत्तर प्रदेश के युवाओं को लाभ होगा और ‘अतिथि देवो भवो’ की विरासत को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले नौ वर्षों के दौरान देश के अंदर व्यापक बदलाव लाने का जो कार्य किया है आज उसके परिणाम हम सबके सामने हैं। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले पांच-छह वर्षों के दौरान बहुत सारे ऐसे अभियान चलाए गए जिसमें किसी आपदा समेत अन्य परिस्थितियों में विदेशों में फंसे भारतीय नागरिकों को सुरक्षित वापस लाया गया, जिसकी वैश्विक मंच पर काफी सराहना भी हुई।