मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में हर परिवार के कम से कम एक सदस्य को रोजगार देगी। उन्होंने रोजगार मेले में यह बात कही। मुख्यमंत्री ने कहा, राज्य में प्रत्येक परिवार के कम से कम एक सदस्य को रोजगार मिलेगा या उसे किसी रोजगार से जोड़ा जाएगा। इस उद्देश्य से राज्य सरकार एक कौशल मैपिंग अभियान शुरू करने जा रही है। इसके बाद, आवश्यकता के अनुरूप लोगों को प्रशिक्षण दिया जाएगा और रोजगार या स्वरोजगार से जोड़ा जाएगा। कोई भी परिवार रोजगार से वंचित नहीं रहेगा। उन्होंने कहा, कौशल मैपिंग के दौरान, उन परिवारों के आंकड़े तैयार किए जाएंगे जहां किसी भी व्यक्ति के पास रोजगार नहीं है। ऐसे परिवारों के सदस्यों को एक विशेष कार्यक्रम के साथ जोड़ा जाएगा और कम से कम एक परिजन को रोजगार मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस डबल इंजन की सरकार ने स्किल इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, स्टैंडअप इंडिया, मेक इन इंडिया जैसे कई कार्यक्रम शुरू किए हैं जिससे कामगारों के कौशल और संभावना की पहचान हो सके। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार ने पिछले पांच साल के दौरान पांच लाख युवाओं को रोजगार दिया और 60 लाख कारीगरों को स्वरोजगार के लिए ऋण मिले।
मुख्यमंत्री ने दावा किया, वर्ष 2015-16 में राज्य में बेरोजगारी की दर 18 प्रतिशत से अधिक थी। अब यह 16 प्रतिशत से अधिक घटकर 2.7 प्रतिशत रह गई है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश ने एक हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की ओर कदम बढ़ाया है जिससे भारत को पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के प्रधानमंत्री की इच्छा पूरी करने में योगदान मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा, 2016 में उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था देश में छठे पायदान पर थी और अब यह दूसरे पायदान पर पहुंच गई है। पिछले पांच साल के दौरान प्रति व्यक्ति आय और जीडीपी (सकल घरेलू आय) दोगुनी हो गई है।