सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता पीयूष मिश्रा ने उत्तर प्रदेश विधान परिषद चुनाव के लिए सपा द्वारा जारी प्रत्याशियों की सूची को निराश करने वाला कदम करार दिया है। वहीं दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि इसके बावजूद उनका सपा के साथ गठबंधन जारी रहेगा। गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी ने बुधवार को विधान परिषद चुनाव के लिए चार प्रत्याशियों की सूची जारी की है जिसमें भारतीय जनता पार्टी से विधानसभा चुनाव से ठीक पहले सपा में आए स्वामी प्रसाद मौर्य का नाम है।
सूत्रों के मुताबिक, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर अपने बेटे और पार्टी के महासचिव अरविंद राजभर के लिए विधानपरिषद का टिकट पाने के इच्छुक थे लेकिन समाजवादी पार्टी की बुधवार को जारी सूची से उन्हें निराशा हाथ लगी। सुभासपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता पीयूष मिश्रा ने कहा, ”सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का फैसला सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं के लिए निराश करने वाला है। उन्होंने राज्यसभा के हाल में हुए चुनाव का हवाला देते हुए राष्ट्रीय लोकदल का नाम लिए बगैर कहा कि एक सहयोगी दल 38 सीट लड़कर 8 सीट जीतता है तो उसे राज्यसभा और हम 16 सीट लड़कर 6 सीट जीतते हैं तो हमारी उपेक्षा। ऐसा क्यों?
मिश्रा का इशारा हाल ही में सपा के कोटे से राज्यसभा चुनाव जीतने वाले राष्ट्रीय लोकदल के जयंत चौधरी की ओर है। दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने पीयूष मिश्रा के ट्वीट का समर्थन किया है। उन्होंने दल के रसड़ा स्थित प्रधान कार्यालय पर संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ”पीयूष मिश्रा दल के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं। उनकी बातों में दम है। वह मिश्रा की भावनाओं से सहमत हैं। जो सच है, उसे तो स्वीकार करना ही पड़ेगा।
उन्होंने सपा द्वारा उपेक्षा करने को लेकर पूछे जाने पर कहावत का उल्लेख करते हुए कहा, ”जब हमारी इज्जत ही नहीं है तो बेइज्जत कौन करेगा। जब हमारी कोई इच्छा ही नहीं है तो कोई उपेक्षा क्या करेगा? उन्होंने इसके साथ ही स्पष्ट किया है कि वह गठबंधन के साथ हैं तथा लोकसभा के दो सीट के होने जा रहे उप चुनाव में सपा उम्मीदवारों को विजयी बनाने के लिए पूरी ताकत झोंक देंगे।
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