मध्यप्रदेश के शिवपुरी और मुरैना जिलों में सोमवार तड़के से शुरू हुई बारिश ने मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल दिया है। अचानक बढ़ी सर्दी से जहां आमजन को ठंड का एहसास हुआ, वहीं किसानों की चिंता भी बढ़ गई है। शिवपुरी जिले में सुबह से लगातार बारिश का दौर जारी है। कोलारस और बदरवास क्षेत्र में खेतों में सूखने के लिए डाली गई मक्का की फसल वर्षा से गीली हो गई, जिससे किसानों को नुकसान की आशंका है। कृषि विभाग के सूत्रों के अनुसार, जिन किसानों ने एक सप्ताह पहले सरसों जैसी फसलों की बुवाई कर दी थी, उन्हें इस बारिश से लाभ मिलेगा। वहीं गेहूं जैसी रबी फसलों के लिए किसानों को अब खेतों में बीज डालने के लिए कुछ दिन इंतजार करना पड़ेगा।
इधर मुरैना में भी सुबह सात बजे से बूंदाबांदी शुरू होकर तेज बारिश में बदल गई। तेज वर्षा के चलते लोगों को बाजार और कार्यालयों के लिए छातों का सहारा लेना पड़ा, वहीं सड़कों पर वाहनों की गति भी धीमी पड़ गई। मौसम में ठंडक बढ़ने से घरों में बच्चों को गर्म कपड़ों का सहारा लेना पड़ा। कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि मुरैना क्षेत्र में यह बारिश खेती के लिए लाभकारी नहीं मानी जा रही, क्योंकि फिलहाल अधिकांश खेतों में जुताई का कार्य जारी है। वहीं, चंबल वाटर प्रोजेक्ट के अंतर्गत पाइपलाइन बिछाने के लिए खोदी गई सड़कों में पानी भर जाने से लोगों की आवाजाही में दिक्कतें बढ़ गई हैं।

