माता कनक रानी जी की पुण्यतिथि पर सांसद भोले ने कराया श्रीमद्भागवत कथा महोत्सव, कलश यात्रा ने बनाया अलौकिक माहौल

0
466

कानपुर देहात: कानपुर देहात के कंचौसी बाजार में मंगलवार को अद्भुत और अलौकिक दृश्य देखने को मिला। अकबरपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद देवेंद्र सिंह भोले अपनी माता श्रीमती कनक रानी जी की पुण्यतिथि पर आयोजित श्रीमद्भागवत कथा महोत्सव का शुभारंभ करने पहुंचे तो पूरा वातावरण श्रद्धा और भक्ति से सराबोर हो उठा।आयोजन की शुरुआत पांच किलोमीटर लंबी भव्य कलश यात्रा से हुई, जिसमें 1008 महिलाओं ने कलश धारण कर भाग लिया। पारंपरिक वेशभूषा और सिर पर सुशोभित कलश लिए महिलाएं जब भक्ति गीतों और ‘जय श्रीकृष्ण’ के जयकारों के साथ आगे बढ़ीं तो हर किसी का मन भावविभोर हो गया। इस अद्भुत शोभायात्रा में शामिल महिलाओं की संख्या तीन हजार से अधिक रही। वहीं, कलश यात्रा और दर्शन करने पहुंचे श्रद्धालुओं की संख्या 15 हजार से ज्यादा बताई जा रही है।

कलश यात्रा ने बनाया अलौकिक वातावरण

कंचौसी बाजार से लेकर दर्शन सिंह स्मृति महाविद्यालय तक हर गली और चौराहे पर आस्था और भक्ति का सैलाब उमड़ पड़ा। पांच किलोमीटर लंबे रास्ते पर कई जगह फूलों की वर्षा हुई और महिलाएं मंगलगीत गाती हुई, धीमे-धीमे कदम बढ़ाती रहीं। कलश यात्रा के स्वागत में जगह-जगह श्रद्धालुओं ने पुष्पवर्षा की और भजन-कीर्तन से माहौल गूंज उठा।

छोटे-बड़े, बुजुर्ग और युवा-हर किसी के चेहरे पर आस्था की झलक साफ दिख रही थी। महिलाएं कतारबद्ध होकर आगे बढ़ीं और उनके पीछे हजारों श्रद्धालु भक्ति में डूबे कदम से कदम मिलाते रहे। कंचौसी का पूरा इलाका मानो एक दिव्य धाम में बदल गया हो।

सांसारिक जीवन से ईश्वर की ओर बढ़ने का मार्ग

आयोजनकर्ता और सांसद देवेंद्र सिंह भोले ने माता कनक रानी जी की पुण्यतिथि पर इस महोत्सव को “सांसारिक जीवन से ईश्वर की ओर बढ़ने का मार्ग” बताया। उन्होंने कहा कि माता-पिता का आशीर्वाद जीवन की सबसे बड़ी संपत्ति है। आज हम सब मिलकर इस पुण्य अवसर पर केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि भक्ति और संस्कारों की ज्योति प्रज्वलित कर रहे हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे आयोजन समाज में आस्था, एकता और संस्कृति के संरक्षण का माध्यम बनते हैं।

सात दिवसीय कथा महोत्सव

श्रीमद्भागवत कथा महोत्सव दर्शन सिंह स्मृति महाविद्यालय, कंचौसी बाजार, कानपुर देहात में 25 सितंबर से 01 अक्टूबर 2025 तक प्रतिदिन होगा। इस दौरान आचार्य शान्तनु जी महाराज प्रतिदिन कथा प्रवचन देंगे। प्रत्येक दिन श्रद्धालुओं के लिए भजन-संध्या, सत्संग का आयोजन रहेगा। आयोजकों ने बताया कि इस दौरान प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है।

श्रद्धालुओं का उमड़ा जनसैलाब

कथा स्थल पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। गांव-गांव से लोग पैदल, बैलगाड़ी, बाइक और चारपहिया वाहनों से पहुंचे। चारों तरफ भक्ति का माहौल था। बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक सभी ने इस भव्य आयोजन में भाग लिया। कई श्रद्धालु परिवार सहित पहुंचे और कलश यात्रा के बाद संतोष और शांति की अनुभूति जताई। महिलाओं ने कहा कि “ऐसा माहौल रोज नहीं देखने को मिलता, यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है।

प्रमुख गणमान्य रहे उपस्थित

आयोजन में कई गणमान्य भी शामिल हुए। विकास सिंह भोले (स्वामी विवेकानंद युवा समिति के अध्यक्ष), डॉ. अमित सिंह, विवेक द्विवेदी, जीतेंद्र सिंह गुड्डन, रमेश यादव, मुन्नू शुक्ला समेत क्षेत्र के कई समाजसेवी और सम्मानित नागरिक उपस्थित रहे। सभी ने मिलकर आयोजन की सफलता और समाज में भक्ति की गंगा बहाने के लिए सांसद भोले जी और उनके परिवार का आभार जताया।

आस्था का पर्व बना आयोजन

पूरे आयोजन ने कंचौसी और आसपास के क्षेत्रों में एक भक्ति पर्व का रूप ले लिया। जगह-जगह लोग श्रद्धालुओं का स्वागत करते दिखे। हर कोई इस सात दिवसीय कथा के लिए उत्सुक दिखाई दिया। लोगों का कहना है कि ऐसे आयोजनों से समाज को सही दिशा और प्रेरणा मिलती है। बच्चों और युवाओं के लिए यह आयोजन एक जीवंत उदाहरण है कि हमारी संस्कृति और परंपराएं कितनी महान और जीवंत हैं।

Previous articleएकजुटता की शक्ति ही पीडीए की हिफाजत कर सकती है : अखिलेश यादव
Next articleमथुरा पहुंची राष्ट्रपति मुर्मू, बांके बिहारी मंदिर में किए दर्शन