लखनऊ। उत्तर प्रदेश में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 के दौरान 35 लाख करोड़ से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव प्राप्त करने के बाद योगी आदित्यनाथ सरकार ने एक बार फिर नए निवेश प्रस्तावों के लिए कमर कस ली है। एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, प्रदेश में निवेश आकर्षित करने को लेकर योगी सरकार ने अब “न्यू आउटरीच प्लान” पर ध्यान केंद्रित किया है जिसे अमल में लाने के लिए नोडल एजेंसी इन्वेस्ट यूपी ने अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर रोड-शो की व्यापक रणनीति बनाई है।
इस रणनीति के तहत, सितंबर-अक्टूबर, 2025 में सिंगापुर, जापान, दक्षिण कोरिया, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), कतर और कनाडा में अंतरराष्ट्रीय रोड शो का आयोजन किया जाएगा जिसका मुख्य उद्देश्य फरवरी, 2026 में होने वाले यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस) के लिए नए निवेश प्रस्तावों को आकर्षित करना है। इसके लिए दिसंबर, 2025 से जनवरी, 2026 की शुरुआत तक देश के अलग-अलग शहरों में भी राष्ट्रीय स्तर पर रोड शो किए जाएंगे ताकि घरेलू निवेशकों को भी जोड़कर समिट को नई ऊंचाई दी जा सके। एक अधिकारी ने बताया कि प्रदेश सरकार नवंबर, 2025 में पांचवीं ‘ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी’ (जीबीसी-5) का आयोजन करने जा रही है जिसमें पांच लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश को धरातल पर उतारने का लक्ष्य रखा गया है।
सरकार का मानना है कि जैसे-जैसे जीबीसी-5 का समय नजदीक आएगा, यह आंकड़ा 10 लाख करोड़ तक पहुंच सकता है। अबतक प्रदेश में ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के माध्यम से 12.10 लाख करोड़ रुपये की 16,478 परियोजनाएं शामिल हुई हैं जिनमें से 4.33 लाख करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का वाणिज्यिक परिचालन शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि न्यू आउटरीच प्लान की सफलता सुनिश्चित करने के लिए सरकार हर 15 दिन में एक घंटे की निवेशक गोलमेज बैठक कर रही है। साप्ताहिक आधार पर भी बैठकें की जा रही हैं ताकि निवेशकों से मिली जानकारी के आधार पर रणनीति को दुरुस्त किया जा सके।

