अखिलेश ने की प्रशासनिक अधिकारियों से बच्चों को राजनीति में न घसीटने की अपील

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लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को प्रशासनिक अधिकारियों से बच्चों को राजनीति में न घसीटने की सलाह दी। यहां पार्टी मुख्यालय में यादव ने एक वायरल वीडियो का जिक्र किया जिसमें आर्थिक तंगी के कारण स्कूल छोड़ने को मजबूर गोरखपुर की एक छात्रा यह कहते सुनाई दे रही है, ”योगी अच्छे हैं, अखिलेश बुरे।” सपा अध्यक्ष ने कहा, ”मैंने वीडियो देखा। हमने बच्ची की मदद की, लेकिन उसने कहा कि योगी जी अच्छे हैं और मैं बुरा हूं। अब तक मैं यही मानता था कि बुरे होते हुए भी मैं अच्छा हूं। मैं बहन, बेटी का शुक्रिया अदा करता हूं कि उसने मुझे दिखाया कि हम वाकई बुरे हैं। मुसीबत में मदद करने वाले बुरे होते हैं।

प्रशासन से संयम बरतने की अपील करते हुए उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ”बच्चों का इस्तेमाल राजनीति के लिए नहीं किया जाना चाहिए। यह एक खतरनाक खेल है। कोई नहीं जानता कि कब वफादारी बदल जाए या कब निजी स्वार्थ हावी हो जाए। हालात सब कुछ बदल सकते हैं।” उन्होंने कहा, ”यह बड़ों का खेल है। सरकार, आईएएस अधिकारियों और गोरखपुर के जिला मजिस्ट्रेट से मेरा बस एक ही अनुरोध है – बच्चों को इसमें न घसीटें।” यादव ने कहा, ”मुझे लगता है कि मुझे भी खुद को सुधारने के लिए दो या तीन हफ्ते की छुट्टी ले लेनी चाहिए। अभी, मैं ही बुरा हूं।” गोरखपुर की एक स्कूली छात्रा पंखुड़ी त्रिपाठी ने एक जुलाई को जनता दर्शन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी। चार माह पहले आर्थिक तंगी के कारण स्कूल की फीस नहीं भर पाने से पंखुड़ी की पढ़ाई छूट गई थी और जनता दरबार में उसने मुख्यमंत्री से मदद की गुहार लगाई थी।

मुख्यमंत्री ने उसे स्कूल में दाखिला दिलाने का आश्वासन दिया था और उनके हस्तक्षेप के बाद सोमवार को वह फिर से स्कूल जाने लगी। यादव ने लड़की के पक्ष में ‘एक्स’ पर एक पोस्ट किया था और उनकी पार्टी के नेताओं ने उसे मदद की पेशकश की थी। छात्रा ने गोरखपुर में संवाददाताओं से कहा कि समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव के प्रतिनिधियों ने वित्तीय सहायता के लिए उनसे संपर्क किया था। उसने कहा, ”लेकिन मैंने प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया क्योंकि मुख्यमंत्री योगी ने अपना वादा पूरा किया और मेरा दाखिला सुनिश्चित किया।

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