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    वंदे भारत ट्रेन का संचालन शुरू होने पर वाराणसी की महिलाओं ने दिया प्रधानमंत्री को धन्यवाद

    बनारस रेलवे स्टेशन से नयी वंदे भारत ट्रेन शुरू किए जाने पर वाराणसी की महिलाओं ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त किया है। वाराणसी निवासी हुमा बानो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ‘देश का शेर’ मानती हैं और उन्हें अपना भाई बताती हैं। बानो ने कहा,”देश के प्रधानमंत्री और वाराणसी के सांसद नरेन्द्र मोदी जी हमारे भाई हैं। उन्होंने जनता के लिए जो काम किया है उसके लिए हम हमेशा उनके ऋणी रहेंगे। उन्होंने वाराणसी की जनता को वंदे भारत रेल गाड़ी का जो तोहफा दिया है उसके लिए हम तहे दिल से शुक्रिया अदा करना चाहते हैं।

    वंदे भारत में बैठने की जो हमारी तमन्ना थी, वह अब पूरी होगी।” प्रधानमंत्री से मिलने के बाद खुशी जताते हुए उन्होंने कहा, ”बहन के होते हुए आपको (मोदी की ओर इशारा करते हुए) डरने की जरूरत नहीं है। आप देश के शेर हैं और रहेंगे।” कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री से मिलने वाली भाजपा कार्यकर्ता कंचन गुप्ता भावुक हो गईं और उन्हें अभिभावक तुल्य बताया। एक अन्य भाजपा कार्यकर्ता उषा परिहार ने कहा, ”मोदी जी को अपने सांसद के रूप में पाकर हम गौरवान्वित हैं। काशी के लोग बेहद खुश हैं। प्रधानमंत्री पूरे देश को परिवार का मुखिया मानते हैं।” नयी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें– बनारस-खजुराहो, लखनऊ-सहारनपुर, फिरोजपुर-दिल्ली और एर्नाकुलम-बेंगलुरु मार्ग पर चलेंगी।

    काशी के प्रतिभाशाली बच्चों पर गर्व है: प्रधानमंत्री मोदी

    प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को वाराणसी के बच्चों की काव्य और कला प्रतिभा की प्रशंसा करते हुए कहा कि काशी के सांसद के रूप में उन्हें बहुत गर्व है कि बनारस में इतने प्रतिभाशाली बच्चे हैं। मोदी ने कहा कि बच्चों का एक कवि सम्मेलन आयोजित कराया जाए। उसमें से जो आठ-दस अच्छे बच्चे हों उन्हें देशभर में ले जाकर उनसे काव्य पाठ करवाया जाएगा। प्रधानमंत्री ने बनारस रेलवे स्टेशन से चार नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाने के बाद कहा, अभी मैं वंदे भारत ट्रेन के अंदर कुछ विद्यार्थियों से बात कर रहा था। मैं (रेल मंत्री) अश्वनी वैष्णव जी को बधाई देता हूं। उन्होंने एक अच्छी परंपरा शुरू की है कि जहां वंदे भारत ट्रेन का शुभारंभ होता है, उस स्थान पर बच्चों के बीच में अलग-अलग विषयों पर प्रतियोगिताएं होती हैं।

    विकास के संबंध में, भारत के संबंध में, विकसित भारत की कल्पना के चित्रों के संबंध में कविताओं को लेकर प्रतियोगिताएं आयोजित हुईं। मोदी ने कहा, बच्चों ने विकसित भारत, विकसित काशी की जो तस्वीर बनाई थी, जो कविताएं सुनने को मिली…. काशी का सांसद होने के नाते मुझे इतना गर्व हुआ कि मेरी काशी में इतने होनहार बच्चे हैं। उन्होंने एक विचार साझा करते हुए कहा, मेरे तो मन में विचार आया है कि एक बार यहां इन बच्चों का कवि सम्मेलन करें और उसमें से जो आठ-दस बच्चों को देशभर में ले जाएं। उनसे कविता करवाएं। मोदी ने कहा, मुझे बहुत सुखद अनुभव हुआ। मैं इन बच्चों का हृदय से बहुत-बहुत अभिनंदन करता हूं।

    यूपी में भीषण हादसा: शामली में खड़े ट्रक से टकरायी कार, चार लोगों की मौत

    शामली जिले के बाबरी क्षेत्र में बंती खेड़ा पुल के पास पानीपत-खटीमा राजमार्ग पर एक कार के खड़े ट्रक से जा टकराने से हरियाणा के सोनीपत निवासी चार लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। अपर पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने यहां संवाददाताओं को बताया कि बाबरी क्षेत्र में बंती खेड़ा पुल के पास पानीपत-खटीमा राजमार्ग पर एक तेज रफ्तार कार खड़े ट्रक से जा टकरायी। उन्होंने बताया कि इस घटना में कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और उसमें सवार चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों की पहचान हरियाणा के सोनीपत जिले के विवेक (26), प्रणदीप (30), आशीष (28) और साहिल (25) के रूप में हुई है। सिंह ने बताया कि ये सभी लोग सोनीपत से मुजफ्फरनगर जा रहे थे। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। मामले की जांच जारी है।

    बिहार की नई ऊर्जा: भागलपुर परियोजना से बदलेगा राज्य का भाग्य

    पिछले पांच दशकों में बिहार की कहानी अधूरी संभावनाओं की रही है। यहां की युवा आबादी रोजगार की तलाश में पलायन करती रही, उद्योग ठहरते गए और बिजली की कमी ने विकास की रफ्तार को थाम दिया। मगर हर परिवर्तन एक चिंगारी से शुरू होता है और बिहार के लिए वह चिंगारी अब भागलपुर पावर प्रोजेक्ट हो सकता है।अदाणी पावर द्वारा विकसित किया जा रहा 2,400 मेगावॉट का थर्मल पावर प्लांट, ₹30,000 करोड़ के निवेश के साथ, सिर्फ एक औद्योगिक परियोजना नहीं है यह बिहार की नई आर्थिक पहचान का प्रतीक है। यह संदेश देता है कि पारदर्शिता, सुशासन और प्रतिबद्धता के साथ, निजी निवेश भी अब पूर्वी भारत की धरती पर मजबूती से कदम रख सकता है।जब बिहार स्टेट पावर जनरेशन कंपनी लिमिटेड ने इस परियोजना की परिकल्पना 2012 में की थी, तब बहुतों को यकीन नहीं था कि यह कभी हकीकत बनेगी।

    वर्षों की देरी के बाद, सरकार ने 2024 में इसे ई-नीलामी प्रक्रिया के माध्यम से पुनर्जीवित किया। अदाणी समूह ने प्रतिस्पर्धी दर ₹6.075 प्रति यूनिट की पेशकश के साथ यह परियोजना हासिल की, जो देश के अन्य समान प्रोजेक्ट्स की तुलना में कम है। सबसे महत्वपूर्ण बात इसके लिए कोई नई भूमि अधिग्रहण नहीं हुआ। सरकारी स्वामित्व वाली भूमि को लीज़ पर देकर जनहित और पारदर्शिता दोनों सुनिश्चित किए गए।विशेषज्ञों के मुताबिक, इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में लगाए गए हर ₹1 करोड़ पर 200 से 250 मैन-इयर्स का रोजगार सृजित होता है। इस हिसाब से यह प्रोजेक्ट अकेले लाखों मानव-दिवसों का रोज़गार अवसर पैदा करेगा। यह स्थानीय मजदूरों, इंजीनियरों और तकनीशियनों के लिए रोजगार का नया दरवाजा खोलेगा। इस परियोजना से बिहार की औद्योगिक स्थिति में भी बड़ा बदलाव आने की संभावना है।

    बिजली की स्थिर आपूर्ति से राज्य में विनिर्माण उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा, फूड प्रोसेसिंग, टेक्सटाइल, लॉजिस्टिक्स और छोटे उद्योगों के लिए अनुकूल माहौल बनेगा। ऊर्जा ही वह आधार है जो उद्योगों को गति देती है और आर्थिक विकास का इंजन बनती है। अदाणी का भागलपुर प्रोजेक्ट इसी शक्ति का प्रतीक है—जहां निवेश केवल उत्पादन नहीं, बल्कि विकास और विश्वास दोनों का माध्यम बनता है।इस परियोजना का समय भी अत्यंत अहम है। केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण के अनुसार, अगले दशक में बिहार की बिजली मांग लगभग दोगुनी होने जा रही है। अगर नए उत्पादन संयंत्र स्थापित नहीं किए गए, तो राज्य एक बार फिर ऊर्जा संकट में फंस सकता है। भागलपुर पावर प्रोजेक्ट इस कमी को पूरा करेगा और औद्योगिक विकास को नई गति देगा।परियोजना का प्रभाव केवल बिजली उत्पादन तक सीमित नहीं रहेगा। इतनी बड़ी इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट स्थानीय अर्थव्यवस्था में नई जान डालेगी।

    निर्माण सामग्री, लॉजिस्टिक्स, परिवहन, रखरखाव और सेवा क्षेत्रों में हजारों प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित होंगे। स्थानीय युवाओं के लिए यह अवसर उनके अपने घर में रोजगार का नया द्वार खोलेगा।सबसे गहरा असर मानसिकता पर होगा। दशकों से बिहार को एक ऐसे राज्य के रूप में देखा जाता रहा है, जहां से लोग काम की तलाश में बाहर जाते हैं। लेकिन अब तस्वीर बदल रही है भागलपुर प्रोजेक्ट उस सोच को उलटने वाला प्रतीक बन सकता है। यह संदेश देता है कि अब “काम बिहार में मिलेगा, बिहार के लिए मिलेगा।”अगर राज्य इसी राह पर आगे बढ़ता रहा पारदर्शी नीतियों और विश्वसनीय निवेशकों का स्वागत करता रहा तो आने वाले वर्षों में बिहार अपनी आर्थिक भूगोल को दोबारा लिख सकता है। भागलपुर सिर्फ एक पावर प्रोजेक्ट नहीं है, यह एक नई सुबह की शुरुआत है उस बिहार की, जो अब अपना श्रम नहीं, अपनी शक्ति निर्यात करेगा।

    आंकड़े बताते हैं कि बिहार की प्रति व्यक्ति जीडीपी केवल 776 अमेरिकी डॉलर है, जबकि बिजली की प्रति व्यक्ति खपत मात्र 317 किलोवाट प्रति घंटा है, जो देश के प्रमुख राज्यों में सबसे कम है। तुलना करें तो गुजरात की प्रति व्यक्ति बिजली खपत 1,980 किलोवाट प्रति घंटा और प्रति व्यक्ति जीडीपी 3,917 अमेरिकी डॉलर है। स्पष्ट है कि जहां बिजली है, वहां समृद्धि है। जहां बिजली की स्थायी उपलब्धता होती है, वहां उद्योग बढ़ते हैं, रोजगार बनते हैं और आय बढ़ती है। जहां बिजली नहीं, वहां युवाओं को पलायन करना पड़ता है। आज बिहार के लगभग 3.4 करोड़ श्रमिक रोज़गार की तलाश में दूसरे राज्यों में काम कर रहे हैं। महत्वपूर्ण यह है कि इस परियोजना के लिए किसी नई भूमि हस्तांतरण की आवश्यकता नहीं पड़ी। भूमि पहले से ही राज्य सरकार के स्वामित्व में है और इसे बिहार इंडस्ट्रियल इन्वेस्टमेंट प्रमोशन पॉलिसी 2025 के तहत नाममात्र किराए पर लीज़ पर दिया गया है।

    परियोजना की अवधि पूरी होने के बाद यह भूमि स्वतः राज्य सरकार को लौट जाएगी। यह प्रक्रिया दिखाती है कि बिहार अब निवेश आकर्षित करने के लिए पारदर्शी और प्रतिस्पर्धी मॉडल अपना रहा है, जहां जनता के हित और निवेशक का विश्वास दोनों सुरक्षित हैं।बिहार की सबसे बड़ी चुनौती हमेशा ऊर्जा की कमी रही है। यह प्रोजेक्ट उस कमी को दूर करने के साथ-साथ राज्य को निवेश आधारित विकास की राह पर ले जाएगा। यह सिर्फ बिजली का नहीं, बल्कि बिहार के आत्मविश्वास का प्रोजेक्ट है। दशकों से बिहार के युवा दूसरे राज्यों में जाकर फैक्ट्रियों को रोशन करते रहे हैं, अब वही रोशनी उनके अपने घरों और शहरों में लौटेगी। अदाणी का भागलपुर पावर प्रोजेक्ट बिहार को ऊर्जा, रोजगार और विकास की नई दिशा देने वाला है जहां हर गांव और हर घर में ‘रोशनी’ ही नई कहानी लिखेगी।

    लखनऊ में सपा प्रमुख अखिलेश यादव से मिले आजम खान

    समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता आजम खान ने शुक्रवार को लखनऊ में सपा प्रमुख अखिलेश यादव से मुलाकात की और कहा कि पार्टी अध्यक्ष के साथ उनकी मुलाकात का उद्देश्य उत्तर प्रदेश में न्याय और राजनीतिक बदलाव की जरूरत और दृढ़ता का संदेश देना था। खान ने अखिलेश से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से कहा, “कभी-कभी, आप सभी (मीडिया) का बनाया गया माहौल हमें या तो विरोध में या समर्थन में बोलने के लिए मजबूर करता है। हमारी मुलाकात का असली मकसद यह दिखाना था कि तमाम जुल्म और ऐतिहासिक अन्याय के बावजूद आज भी ऐसे लोग मौजूद हैं जिनका सब्र पत्थर या पहाड़ से भी ज्यादा मजबूत है।

    अपने बेटे एवं पूर्व विधायक अब्दुल्लाह आजम के साथ सपा प्रमुख से मिलने पहुंचे खान ने कहा कि वह अपने परिवार, सहयोगियों और शहर के साथ हुई नाइंसाफ की दास्तानें अपने साथ लेकर आए हैं। उन्होंने कहा, “हमारे कई लोग अभी भी जेलों में हैं। जब हम मिलते हैं तो हम एक-दूसरे को उस दर्दनाक दौर की याद दिलाते हैं ताकि आने वाली पीढ़ियां याद रखें कि एक बार ऐसी नाइंसाफी हुई थी।” जमीन हड़पने और चोरी समेत 100 से ज्यादा मुकदमों में लगभग दो साल जेल में बिताने के बाद हाल ही में रिहा हुए सपा के वरिष्ठ नेता ने मीडिया के एक वर्ग का आभार व्यक्त किया और इसे धारणा में बदलाव बताया। उन्होंने कहा, “जो लोग कभी मुझे गलत समझते थे, अब उन्हें लगता है कि हमारे साथ बहुत बड़ा अन्याय हुआ है।

    खान ने अपने आवास और रामपुर स्थित जौहर विश्वविद्यालय पर आयकर विभाग के छापों को याद करते हुए कहा कि अधिकारियों ने ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया जिससे कोई भी सभ्य व्यक्ति शर्म से अपना सिर झुका सकता है। उन्होंने कहा, “एजेंसियों का ऐसा दुरुपयोग दोबारा नहीं होना चाहिए। जब तक राजनीतिक व्यवस्था में सुधार नहीं होता और लोग यह नहीं समझते कि वाकई क्या हो रहा है तब तक अन्याय जारी रहेगा। हालांकि मुझे बदलाव का एहसास हो रहा है। जो लोग कभी मेरा विरोध करते थे, वे अब मुझसे मिलने आते हैं, मुझे गले लगाते हैं और रोते हैं। यह बदलाव का संकेत है।” लखनऊ दौरे का किसी अदालती मामले से जुड़े होने की अटकलों को खारिज करते हुए खान ने कहा, “इसके अलावा और कोई वजह नहीं है। मैं अखिलेश यादव से मिलने और आपके माध्यम से यह संदेश देने आया था कि हम बदलाव के पक्ष में हैं।

    पिछले एक महीने के दौरान सपा के दोनों नेताओं की यह दूसरी मुलाकात है। इससे पहले आठ अक्टूबर को अखिलेश यादव खान से मिलने रामपुर गए थे। यादव ने वादा किया था कि वर्ष 2027 के विधानसभा चुनाव के बाद सपा की सरकार बनी तो खान और इसी तरह के अन्य लोगों के खिलाफ दर्ज सभी झूठे मामले वापस लिए जाएंगे। समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्य और दिवंगत पार्टी संरक्षक मुलायम सिंह यादव के करीबी सहयोगी रहे 77 वर्षीय आजम खान की गिनती कभी उत्तर प्रदेश की सपा सरकार के सबसे प्रभावशाली मंत्रियों में की जाती थी। आजम खान के सीतापुर जेल से रिहा होने के बाद ऐसी अटकलें लगाई जा रही थीं कि खान अपने और अखिलेश यादव के बीच तनाव के कारण समाजवादी पार्टी छोड़ देंगे। हालांकि, खान ने ऐसा कोई भी कदम उठाने से इनकार किया था।

    दो दिवसीय दौरे पर आज वाराणसी पहुंचेंगे प्रधानमंत्री मोदी, कल वंदे भारत ट्रेन को दिखाएंगे हरी झंडी

    प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने दो दिवसीय दौरे पर आज यानी शुक्रवार को वाराणसी पहुंचेंगे। अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र के इस दो दिवसीय दौरे के दौरान मोदी चार ‘वंदे भारत’ ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे। जिला प्रशासन के अधिकारियों ने यह बताया कि प्रधानमंत्री मोदी अपने दो दिवसीय वाराणसी दौरे पर शुक्रवार शाम को लगभग पांच बजे विशेष विमान से बाबतपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचेंगे। यहां राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रधानमंत्री की अगवानी करेंगे। उन्होंने बताया कि उसके बाद मोदी सड़क मार्ग से बरेका जाएंगे, जहां वह रात्रि विश्राम करेंगे।

    शनिवार आठ नवंबर को सुबह आठ बजकर 15 मिनट पर प्रधानमंत्री मोदी बनारस स्टेशन से चार वंदे भारत एक्सप्रेस रेलगाड़ियों को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री उसके बाद हेलीकॉप्टर से बाबतपुर हवाई अड्डे पहुंचेंगे और वहां से करीब सवा नौ बजे बिहार के दरभंगा के लिए रवाना हो जाएंगे। अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री चार वंदे भारत को हरी झंडी दिखाएंगे। ये नयी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन बनारस-खजुराहो, लखनऊ-सहारनपुर, फिरोजपुर-दिल्ली और एर्नाकुलम-बेंगलुरु रेलमार्गों पर चलेंगी। बनारस-खजुराहो वंदे भारत वाराणसी, प्रयागराज, चित्रकूट समेत देश के कुछ सबसे प्रतिष्ठित धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों को जोड़ेगी।

    इस दौरे के दौरान प्रधानमंत्री के स्वागत की जोरदार तैयारी की जा रही है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पदाधिकारियों ने बताया कि इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी का अलग-अलग जगहों पर स्वागत किया जाएगा जिसकी तैयारी की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि भाजपा कार्यकर्ता संत अतुलानंद बाईपास, जेपी मेहता के पास, बरेका एफसीआई गोदाम, बरेका गेट के पास प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत करेंगे।

    पहले चरण में ही मतदाताओं ने विकसित बिहार के मुद्दे पर लगाई मुहर: योगी

    उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बिहार विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण के मतदान के बाद बिहारवासियों की सराहना करते हुए कहा है कि लोगों ने विकसित बिहार पर अपनी मुहर लगा दी है। मुख्यमंत्री योगी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा, बिहार ने प्रथम चरण के मतदान में भाजपा-एनडीए सरकार के संकल्प ‘विकसित बिहार’ पर अपने विश्वास और आशीर्वाद की मुहर लगा दी है। उन्होंने कहा आज सत्याग्रह और राष्ट्रवाद की तीर्थभूमि पूर्वी चंपारण एवं पश्चिमी चंपारण की सुशासनप्रिय जनता-जनार्दन से संवाद करूंगा। हर चंपारणवासी दृढ़ संकल्पित है। विकसित बिहार’ बनाना है, भाजपा-एनडीए सरकार दोबारा लाना है।

    गौरतलब है कि बिहार चुनाव में पहले दौर का मतदान कल शांतिपूर्ण संपन्न हो गया। बिहार विधानसभा के लिए पहले दौर में रिकॉर्ड 64.66 प्रतिशत वोट डाले गए। एक हजार 314 प्रत्याशियों का चुनावी भाग्य ईवीएम मशीनों में कैद हो गया है। इस दौर में चुनौती पेश कर रहे प्रमुख उम्मीदवारों में भाजपा नेता और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा के साथ नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल के 16 मंत्री तथा राजद नेता और महा गठबंधन के मुख्यमंत्री पद के दावेदार तेजस्वी प्रसाद यादव हैं।

    कांग्रेस के ‘बहादुरशाह ज़फ़र’ बन चुके हैं राहुल गांधी : केशव मौर्य

    लखनऊ। यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर कहा कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी अब कांग्रेस के ‘बहादुरशाह ज़फ़र’ बन चुके हैं और पूरी पार्टी को निपटा कर ही दम लेंगे। गुरुवार को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट करते हुए उन्होंने कहा बतौर कांग्रेस अध्यक्ष वे असफल रहे, लोकसभा में विपक्ष के नेता के रूप में फेल रहे और पांच बार सांसद रहने के बावजूद जनता के बीच अपना भरोसा खो चुके हैं। अपनी लगातार नाकामी को छिपाने के लिए वे रोज़ाना कोई नया ‘फर्ज़ी खेल’ रचते हैं।

    उपमुख्यमंत्री ने कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस का अस्तित्व दिन-ब-दिन समाप्त होता जा रहा है। जनता अब उनके भाषणों और नाटकीय बयानों से प्रभावित नहीं होती। कांग्रेस की राजनीति केवल झूठ, भ्रम और असंतोष फैलाने तक सीमित रह गई है। वहीं समाजवादी पार्टी पर टिप्पणी करते हुए केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, बिहार के चुनावी पर्व में सपा बहादुर अखिलेश यादव नाहक ही अपना लट्ठ भांज रहे हैं। इस चुनाव में उनकी सपा न तीन में है और न तेरह में। उनकी पार्टी के लिए बिहार की ज़मीन पूरी तरह सूखी साबित हो रही है।

    उन्होंने कहा कि बिहार में जनता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व पर अडिग वश्विास रखती है। भाजपा और एनडीए गठबंधन के पक्ष में जनसमर्थन उमड़ रहा है। बिहार की जनता विकास, सुशासन और स्थिरता की राजनीति को प्राथमिकता देती है, जबकि राहुल गांधी और अखिलेश यादव केवल परिवारवाद और अवसरवाद की राजनीति में लप्ति हैं। उपमुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि बिहार की जनता इस चुनाव में एक बार फिर भाजपा और एनडीए के पक्ष में स्पष्ट जनादेश देगी।

    बिहार की जनता तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने का मन बना चुकी है : अखिलेश

    लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार को कहा कि बिहार की जनता तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने का मन बना चुकी है यादव ने बिहार विधानसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन के प्रत्याशियों के समर्थन में दो विशाल जनसभाओं को संबोधित किया। उन्होंने पूर्वी चम्पारण जिले के मोतिहारी विधानसभा क्षेत्र में पार्टी प्रत्याशी देव गुप्ता और सीतामढ़ी जिले के रून्नीसैदपुर विधानसभा क्षेत्र में प्रत्याशी चन्दन कुमार के पक्ष में प्रचार किया। चुनावी जनसभा के दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण से ही हवा इंडिया गठबंधन के पक्ष में चल रही है। उन्होंने कहा “पहले चरण का संदेश साफ है बिहार में अब इंडिया गठबंधन की सरकार बनने जा रही है।

    उन्होंने वश्विास व्यक्त किया कि बिहार की जनता युवा तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने का मन बना चुकी है, जो नौजवानों को नौकरी देने वाले मुख्यमंत्री साबित होंगे। उन्होंने भाजपा पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि भाजपा ने जनता को ठगा है, धोखा दिया है और लगातार झूठ बोला है। अब बिहार की जनता भाजपा को सत्ता से बाहर करने जा रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा के पास ए टीम, बी टीम, सी टीम और पी टीम है, जबकि इंडिया गठबंधन के पास वीआईपी पार्टी और मुकेश साहनी जैसे साथी हैं। उन्होंने कहा कि इस बार बिहार में नई सरकार बनेगी, तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री बनेंगे और नया बिहार बनेगा, जहां नौजवानों को रोजगार मिलेगा। अखिलेश यादव कहा कि भाजपा की केंद्र में दस साल और बिहार में बीस साल की सरकार ने जनता को निराश किया है।

    जनता इन 30 वर्षों का हिसाब मांग रही है, लेकिन भाजपा जवाब देने से भाग रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार ने महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और पलायन बढ़ाया है। किसानों से लेकर नौजवानों तक, सभी को भाजपा ने धोखा दिया है। उन्होंने कहा भाजपा सरकार किसानों की आय दोगुनी करने में विफल रही है। उन्होंने खाद की बोरी में भी चोरी की, पेट्रोल-डीजल महंगा किया और जीएसटी लगाकर मोटरसाइकिलों के दाम बढ़ा दिए। सपा अध्यक्ष ने कहा कि बिहार की धरती चाणक्य और सम्राट अशोक की भूमि है सौहार्द, एकता और सामाजिक न्याय का प्रतीक। लेकिन आज दिल्ली से आए लोग बिहार की जनता को राजनीति सिखाने चले हैं। उन्होंने कहा कि सत्ता में बैठे लोग देश में नफरत फैला रहे हैं और समाज को बांटने का काम कर रहे हैं। अखिलेश यादव ने कहा कि अब समय है नफरत फैलाने वाली ताकतों को हराने का। बिहार में सामाजिक न्याय, समानता और विकास की नई शुरुआत करनी है। उन्होंने कहा कि बिहार बदलेगा तो देश बदलेगा, और बिहार की जनता भाजपा सरकार को बदलकर नया इतिहास रचेगी।

    यूपी में हादसा: हरदोई में श्रद्धालुओं को ले जा रही ट्रैक्टर-ट्रॉली पलटी, 14 लोग घायल

    हरदोई जिले में कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर स्नान करके वापस जा रहे श्रद्धालुओं से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली पलट गई, जिसकी वजह से 14 श्रद्धालु घायल हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस के अनुसार बुधवार देर शाम हुए इस हादसे के दौरान ट्रैक्टर ट्रॉली पर 30 लोग सवार थे, सभी घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जिसमें पांच लोगों की हालत गंभीर होने की वजह से उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से हरदोई मेडिकल कॉलेज ले जाया गया।

    पुलिस ने बताया कि मटिया मऊ मार्ग पर सलापुर के पास ट्रैक्टर ट्रॉली से आगे निकलते समय एक कार ट्रैक्टर के अगले पहिये से टकरा गई जिसकी वजह से यह हादसा हआ। कार्तिक पूर्णिमा पर मल्लावां कोतवाली क्षेत्र में बेरिया गंगा घाट पर मेला लगता है जिसमें लखीमपुर और सीतापुर के भी श्रद्धालु आते हैं। लखीमपुर और सीतापुर से ट्रैक्टर ट्राली से श्रद्धालु बुधवार को गंगा स्नान के लिए आए थे। देर शाम वे वापस जा रहे थे।