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सपा और कांग्रेस मिलकर लड़ेंगी विधानसभा उपचुनाव: अजय राय

लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा की नौ सीट पर होने वाला उपचुनाव कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) मिलकर लड़ेंगी। कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अजय राय ने मंगलवार को यह जानकारी दी। राय ने कहा, “समाजवादी पार्टी के साथ सीट बंटवारे को लेकर बातचीत के नतीजे चाहे जो भी हों लेकिन विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ मिलकर उपचुनाव लड़ेगा।” कांग्रेस ने 10 में से पांच सीट की मांग की थी हालांकि सपा ने पहले ही सात सीट पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी और कांग्रेस को दो सीट से ही संतोष करना पड़ा। अयोध्या जिले की मिल्कीपुर विधानसभा सीट को लेकर अदालत में मुकदमा लंबित होने के कारण इस निर्वाचन क्षेत्र में चुनाव नहीं हो रहा है।

सपा प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, “कांग्रेस के साथ हमारा समझौता हो गया है। दस में से दो सीट खैर (अलीगढ़) और गाजियाबाद पर कांग्रेस चुनाव लड़ेगी जबकि आठ पर सपा अपना प्रत्याशी उतारेगी।” सपा करहल, सीसामऊ, फूलपुर, मिल्कीपुर, कटेहरी, मझावां और मीरापुर के लिए उम्मीदवारों की घोषणा पहले ही कर चुकी है। लोकसभा चुनावों में विधायकों के सांसद चुने जाने के बाद विधानसभा की नौ सीट रिक्त हुईं जबकि सीसामऊ सीट सपा विधायक इरफान सोलंकी के अयोग्य घोषित होने से रिक्त हुई। सोलंकी को एक आपराधिक मामले में दोषी करार दिया गया।

यूपी में रेशम उद्योग के क्षेत्र में अपार संभावनायें: सीएम योगी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कहा कि उत्तर प्रदेश में रेशम उद्योग के क्षेत्र में अपार संभावनायें और प्रचुर संसाधन है जिसकी बदौलत यह राज्य भारत को रेडिमेट गारमेंट्स के क्षेत्र में दुनिया में अहम स्थान दिला सकता है। इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में सिल्क एक्सपो के उदघाटन के अवसर पर सीएम योगी ने कहा कि रेडीमेड गारमेंट्स के क्षेत्र में दुनिया के छोटे-छोटे देशों की धमक है। जिन लोगों के पास संसाधन कम और संभावनाएं न के बराबर हैं, वे आगे बढ़ चुके हैं। हमारे पास संभावना और संसाधन भी है। काम चाहने वाली आधी आबादी के बड़े तबके को रेशम उत्पादन, प्रोसेसिंग, रेडिमेड गारमेंट, डिजाइनिंग, मार्केटिंग, पैकेजिंग के साथ जोड़ लें तो दुनिया में रेडिमेड गारमेंट में धमक बनाने वाले देशों का स्थान उत्तर प्रदेश व भारत ले सकता है। इस संभावना को आगे बढ़ाने के लिए प्रदेश सरकार के द्वारा उठाए गए कदमों का लाभ लेना चाहिए।

उन्होने कहा हमने रेशम उत्पादन को 84 गुना बढ़ाने में सफलता प्राप्त की है। एक समय वह जरूर आ सकता है, जब यूपी का किसान रेशम उत्पादन में देश में अग्रणी राज्यों में गिना जाएगा। योगी ने कहा कि 2017 में भाजपा सरकार आने के बाद प्रदेश ने परंपरागत उत्पाद को प्रोत्साहित करने के लिए अनेक कदम उठाए हैं। उत्तर प्रदेश देश का पहला ऐसा राज्य है, जिसने परंपरागत उत्पाद के लिए पॉलिसी बनाई। 75 जनपदों के लिए वहां के एक उत्पाद को चिह्नित करते हुए आगे बढ़ाया। यही कारण है कि 75 जनपद का यूनिक प्रोडक्ट है, जिसे हमने वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट कहा। ओडीपीओपी को सरकार ने मार्केट, डिजाइनिंग, पैकेजिंग से जोड़ा तो इससे रोजगार का सृजन हुआ और परंपरागत उत्पादों का एक्सपोर्ट भी प्रारंभ हुआ। यूपी के 75 जनपदों में 75 जीआई प्रोडक्ट हैं, जिन्हें देश के अंदर मान्यता प्राप्त हुई है। यह संभावना यूपी में हैं।

वाराणसी, भदोही व मुबारकपुर की साड़ियों के माध्यम से भी यूपी के पोटेंशियल को बढ़ाने का अवसर प्राप्त होता है। सिल्क एक्सपो इस फील्ड में यूपी की संभावनाओं को आगे बढ़ाने का माध्यम बने, इस पर हमें प्रयास करना होगा। उन्होने कहा कि रोटी, कपड़ा और मकान का नारा सदैव से प्रचलित रहा है। जीव सृष्टि व किसी भी व्यक्ति के लिए हवा-पानी तो आवश्यक है ही, लेकिन रोटी, कपड़ा, मकान भी आवश्यक है। कपड़ा न सिर्फ जीवन की आवश्यकता है, बल्कि किसानों की आमदनी बढा़ने के साथ ही रोजगार सृजन का भी सशक्त माध्यम भी है। रेशम, प्राचीन काल से ही इसकी अलग-अलग पद्धतियां रही हैं। 25 करोड़ की आबादी वाले यूपी में इस फील्ड में अनेक संभावनाएं विकसित हो सकती हैं। उप्र ने पिछले कुछ समय में प्रगति की है। पहले की तुलना में यह संतोषजनक है, लेकिन अभी उप्र जैसे बड़े राज्य की दृष्टि से यह अपर्याप्त है। यहां अत्यंत संभावनाएं हैं। योगी ने कहा कि सभी को देखना चाहिए कि उत्तर प्रदेश के अंदर क्या संभावनाएं विकसित हो सकती हैं। यूपी में वाराणसी-भदोही, आजमगढ़ से लेकर वाराणसी तक, चाहे वह मुबारकपुर की साड़ी हो या वाराणसी की।

सिल्क कलस्टर विकसित करने के लिए केंद्र व राज्य सरकार ने इस दिशा में नए प्रयास को आगे बढ़ाया है। वाराणसी की सिल्क साड़ियां पूरे देश में हर मांगलिक कार्यक्रम के लिए पसंद बनती हैं। काशी विश्वनाथ धाम बढ़ने के बाद श्रद्धालुओं व पर्यटकों की बढ़ी संख्या ने इस व्यापार को नई ऊंचाई दी है। वाराणसी में एक्सपो मार्ट के माध्यम से ट्रेड फैसिलिटेशन सेंटर बनने के उपरांत इसमें काफी वृद्धि हुई है। उन्होने कहा कि आजमगढ़ के मुबारकपुर के साड़ी उद्योग से जुड़े उद्यमियों, मीरजापुर, वाराणसी व भदोही के सिल्क कलस्टर की प्रगति को देखकर लगता है कि इसमें बहुत गुंजाइश है। उत्तर प्रदेश के लखनऊ-हरदोई बार्डर पर पीएम मित्र पार्क (टेक्सटाइल्स पार्क का वृहद रूप) आने जा रहा है। एक हजार एकड़ क्षेत्रफल में इसमें टेक्सटाइल्स से जुड़े अलग-अलग उद्योग लगने जा रहे हैं। यह उप्र की संभावनाओं को प्रदर्शित करने का माध्यम है, लेकिन रॉ मटेरियल हमें ही तैयार करना होगा। किसान यदि इस दिशा में आगे बढ़ते हैं तो प्रोत्साहन के लिए केंद्र सरकार द्वारा अनेक योजनाएं चल रही हैं। विभाग इन योजनाओं के बारे में हर जनपद में संगोष्ठी, सेमिनार, प्रगतिशील किसानों के साथ संवाद करे और प्रोसेसिंग-ट्रेनिंग प्रोग्राम से जोड़े। केवल गोरखपुर मंडल ही नहीं, वाराणसी, मीरजापुर, लखनऊ, देवीपाटन, बस्ती, आजमगढ़ में भी संभावनाएं बढ़ेंगी।

होटल में अवैध रूप से संचालित किया जा रहा था कसीनो, मालिक समेत आठ लोग गिरफ़्तार

मेरठ। यूपी में मेरठ जिले के नौचन्दी क्षेत्र में एक होटल में अवैध रूप से कसीनो संचालित करने के आरोप में पुलिस ने होटल मालिक समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया। अपर पुलिस अधीक्षक आयुष विक्रम सिंह ने मंगलवार को बताया कि सोमवार देर रात पुलिस को सूचना मिली थी कि क्षेत्र के एक होटल में प्रवेश शुल्क के तौर पर मोटी रकम लेकर कसीनो में जुआ खेला जा रहा है। उन्होंने बताया कि पुलिस की टीम मौके पर पहुंची तो सूचना सही पायी गयी। सिंह ने बताया कि इस मामले में होटल मालिक और संचालक समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने होटल की सीसीटीवी फुटेज की पड़ताल शुरू कर दी है।

भाजपा अपने ही लोगों के खिलाफ कर रही साजिश, दंगाई उगल रहे सच : अखिलेश

लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश के बहराइच में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक द्वारा अपनी ही पार्टी के स्थानीय नेताओं पर दंगे तथा अन्य गम्भीर आरोपों में मुकदमा दर्ज करवाये जाने पर तंज करते हुए मंगलवार को कहा कि सच तो यह है कि भाजपा अपने ही लोगों के खिलाफ साजिश रच रही है। सपा प्रमुख ने बहराइच की महसी सीट से भाजपा विधायक सुरेश्वर सिंह द्वारा गत 18 अक्टूबर को भाजपा की युवा शाखा भारतीय जनता युवा मोर्चा के नगर अध्यक्ष अर्पित श्रीवास्तव समेत सात नामजद तथा अनेक अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराये जाने का जिक्र करते हुए ‘एक्स’ पर एक मीडिया रिपोर्ट भी साझा की।

उन्होंने कहा, ”धिक्कार है ऐसी भाजपाई राजनीति और सत्ता की भूख पर जो सियासत के लिए दंगा कराने की साजिश करती है। बहराइच हिंसा के मामले में हर दिन नये खुलासे हो रहे हैं, जिनसे भाजपा मुँह दिखाने लायक नहीं रही है। भाजपा के विधायक ही भाजपाइयों पर साज़िश करने की शिकायत दर्ज करा रहे हैं और दंगाई छुपे कैमरे के सामने सच उगल रहे हैं।” उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा के जो थोड़े बहुत समर्थक और वोटर बचे हैं, भाजपा का यह षड्यंत्रकारी और हिंसक रूप देखकर वे भी शर्मिंदा हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने अपने समर्थकों की भावनाओं को गुमराह करके, उनका इस्तेमाल अपनी सत्ता को बचाए-बनाए रखने के लिए किया है।

उन्होंने कहा ”सच तो ये है कि भाजपा अपने ही लोगों के ख़िलाफ़ षड्यंत्र कर रही है। भाजपा भाजपाइयों से दंगे कराकर उन्हें ही फँसा रही है। तभी तो भाजपा का विधायक, भाजपाइयों के ख़िलाफ़ रिपोर्ट लिखवा रहा है।” यादव ने अपनी पोस्ट के साथ एक मीडिया रिपोर्ट भी साझा की है जिसमें दो कथित दंगाई पिछली 13 अक्टूबर को बहराइच के महाराजगंज में हुई साम्प्रदायिक वारदात के पीछे साजिश की तरफ इशारा करते और कुछ खुलासे करते दिख रहे हैं। महाराजगंज में पिछली 13 अक्टूबर को दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान तेज आवाज में संगीत बजाने को लेकर हुए विवाद में राम गोपाल मिश्रा (22) नामक युवक की गोली लगने से मौत हो गई थी। इस घटना के बाद सांप्रदायिक हिंसा भड़क उठी थी। इसमें आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाएं हुई थीं। इस घटना की सूचना पर मौके पर पहुंचे बहराइच के महसी विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक सुरेश्वर सिंह ने इस मामले में पिछली 18 अक्टूबर को अपनी पार्टी के सहयोगी संगठन भाजयुमो के नगर अध्यक्ष अर्पित श्रीवास्तव समेत सात नामजद और अनेक अन्य अज्ञात उपद्रवियों के खिलाफ दंगा और उपद्रव के आरोप में शहर कोतवाली में प्राथमिकी दर्ज कराई है।

प्राथमिकी के अनुसार आरोपियों को भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 191 (दो), (साधारण दंगे का अपराध) 191 (तीन) (गैर कानूनी सभा में घातक हथियार से हमला), तीन (पांच) (अपराध का सामूहिक उत्तरदायित्व), 109 (1) (किसी की हत्या के इरादे से हमला), 324 (2) (शरारत), 351 (तीन) (व्यक्ति को चोट और संपत्ति को नुकसान पहुंचाना), 352 (जानबूझकर किसी का अपमान करना) और 125 (लोगों की जान और सुरक्षा को खतरे में डालना) के तहत निरूद्ध किया गया है। विधायक ने प्राथमिकी में आरोप लगाया है कि 13 अक्टूबर को हिंसा में मारे गये राम गोपाल मिश्रा के शव को बहराइच मेडिकल कालेज के समक्ष गेट पर रखकर भीड़ द्वारा प्रदर्शन किये जाने की खबर मिलने पर जब वह मौके पर पहुंचे तो अर्पित श्रीवास्तव और अन्य आरोपी एवं उनके समर्थकों ने ‘मुर्दाबाद’ के नारे लगाये और गाली—गलौज की। यह भी आरोप है कि उनकी गाड़ी को रोकने और जान से मारने की नीयत से पथराव किया गया और भीड़ से एक गोली भी चलायी गयी जिससे उनकी गाड़ी का शीशा टूट गया और उनके बेटे अखण्ड प्रताप सिंह बाल—बाल बचे।

बइराइच हिंसा: ध्वस्तीकरण नोटिस के खिलाफ आरोपियों की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट करेगा सुनवाई

उच्चतम न्यायालय उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जारी ध्वस्तीकरण नोटिस के खिलाफ बहराइच सांप्रदायिक हिंसा मामले के तीन आरोपियों की याचिका पर बुधवार को सुनवाई करेगा। याचिकाकर्ताओं की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता सी यू सिंह ने न्यायमूर्ति बी आर गवई और न्यायमूर्ति के वी विश्वनाथन की पीठ के समक्ष मामले का उल्लेख करते हुए तत्काल सुनवाई किए जाने का अनुरोध किया। सिंह ने पीठ से कहा, ”यह उन तीन व्यक्तियों की याचिका है जिन्हें ध्वस्तीकरण संबंधी नोटिस प्राप्त हुए हैं। राज्य सरकार ने नोटिस का जवाब देने के लिए केवल तीन दिन का समय दिया है।” सिंह ने कहा कि याचिकाकर्ता संख्या-एक के पिता और भाइयों ने आत्मसमर्पण कर दिया है और नोटिस कथित तौर पर 17 अक्टूबर को जारी किए गए और 18 की शाम को चिपकाए गए।

उन्होंने कहा, ”हमने रविवार को सुनवाई का अनुरोध किया था लेकिन ऐसा नहीं हो पाया।” उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से पेश अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल के एम नटराज ने अदालत से कहा कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने मामले पर विचार किया है और नोटिस का जवाब देने के लिए 15 दिन का समय दिया है। इसके बाद पीठ ने कहा, ”यदि वे (उत्तर प्रदेश सरकार) हमारे आदेश का उल्लंघन करने का जोखिम उठाना चाहते हैं, तो यह उनकी मर्जी है।” याचिकाकर्ताओं के वकील ने कहा कि उच्च न्यायालय ने कोई संरक्षण नहीं दिया है। इसके बाद न्यायालय ने एएसजी से बुधवार तक कोई कार्रवाई नहीं करने को मौखिक रूप से कहा और मामले को उसी दिन के लिए सूचीबद्ध किया। महाराजगंज में एक पूजा स्थल के बाहर तेज आवाज में संगीत बजाने को लेकर हुए अंतर-धार्मिक विवाद में गोली लगने से राम गोपाल मिश्रा (22) की रविवार को मौत हो गई थी। इस घटना से सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई, जिसके कारण क्षेत्र में आगजनी एवं तोड़फोड़ की घटनाएं हुईं तथा इंटरनेट सेवा चार दिन तक निलंबित रही।

यूपी में सपा की बैसाखी पर खड़ी है कांग्रेस: बृजभूषण

गोंडा। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने सोमवार को कहा कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को पूरी तरह समाजवादी पार्टी (सपा) की ‘बैसाखी’ पर खड़ी है, अगर इसे हट जाए तो कांग्रेस को उसकी ”औकात” पता चल जाएगी। उत्तर प्रदेश की कैसरगंज सीट से भाजपा के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने बिश्नोहरपुर स्थित अपने आवास पर संवाददाताओं से कहा, ”प्रदेश में कांग्रेस पूर्ण रूप से बैसाखी पर खड़ी है। अगर सपा की यह बैसाखी हट जाए तो कांग्रेस को पता चल जाएगा कि उत्तर प्रदेश और देश में उसकी औकात क्या है।

उन्होंने कहा, ”राहुल गांधी खुद प्रधानमंत्री नहीं बनना चाहते इसलिए वह बीच-बीच में ऐसी हरकत कर दिया करते हैं, ऐसे बयान दे दिया करते हैं कि उन्हें खुद नहीं पता होता है कि उन्हें जाना कहां है और उनका रास्ता क्या है?” इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस (इंडिया) गठबंधन में शामिल सपा और कांग्रेस ने इसी साल संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में क्रमश: 37 और छह सीट जीती थीं। प्रदेश की नौ विधानसभा सीट पर अगले माह होने जा रहे उपचुनावों में सपा सात और कांग्रेस दो सीट पर उम्मीदवार उतारेगी।

करहल विधानसभा उपचुनाव : सपा प्रत्याशी तेज प्रताप यादव ने दाखिल किया नामांकन

उत्तर प्रदेश की करहल विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिये सोमवार को समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रत्याशी तेज प्रताप यादव ने नामांकन दाखिल किया। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और मैनपुरी से पार्टी की सांसद डिंपल यादव तथा अन्य नेताओं के साथ जिलाधिकारी के कार्यालय पहुंचे यादव ने निर्वाचन अधिकारी को अपना नामांकन पत्र सौंपा। करहल सीट, सपा प्रमुख अखिलेश यादव के कन्नौज से सांसद चुने जाने के बाद उनके विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिये जाने के कारण रिक्त हो गई है। इस पर उपचुनाव के लिए 13 नवंबर को मतदान होगा।

मैनपुरी से पूर्व सांसद तेज प्रताप यादव ने संवाददाताओं से कहा, ”करहल के लोगों से उनका गहरा रिश्ता है और वे उनकी जीत सुनिश्चित करेंगे। जनता ने मन बना लिया है और इस सीट से समाजवादी पार्टी भारी मतों से जीतेगी।” करहल इटावा जिले में अखिलेश के पैतृक गांव सैफई से महज चार किलोमीटर दूर है। यह निर्वाचन क्षेत्र डिंपल यादव की मैनपुरी लोकसभा सीट का हिस्सा है। करहल सीट 1993 से सपा का गढ़ रही है। वर्ष 2002 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर भाजपा के सोबरन सिंह यादव ने जीत दर्ज की थी, लेकिन बाद में वह सपा में शामिल हो गए।

दिवाली से पहले सीएम योगी ने पुलिसकर्मियों के लिए की कई घोषणाएं

लखनऊ। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को ‘पुलिस स्मृति दिवस’ के मौके पर पुलिस वर्दी भत्ते में 70 प्रतिशत और पुलिस आवास भत्ते में 25 फीसदी की बढ़ोतरी समेत कई कल्याणकारी घोषणाएं कीं। राज्य सरकार की ओर से यहां जारी एक बयान के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को रिजर्व पुलिस लाइन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान ये घोषणाएं कीं। बयान में कहा गया कि मुख्यमंत्री ने वर्दी भत्ते में 70 प्रतिशत तथा बैरक में रहने वाले आरक्षियों के पुलिस आवास भत्ते में 25 प्रतिशत की वृद्धि और राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय खेलकूद में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों के प्रशिक्षण, आहार तथा अन्य मदों में अगले वित्तीय वर्ष के बजट में 10 करोड़ रुपये बढ़ाने की घोषणा की। इसमें कहा गया कि इन घोषणाओं पर प्रदेश सरकार 115 करोड़ रुपये का खर्च वहन करेगी।

मुख्यमंत्री ने बहुमंजिला पुलिस आवास और प्रशासनिक भवन के रखरखाव के लिए 1,380 करोड़ रुपये के ‘कॉर्पस फंड’ की घोषणा की। इससे पहले, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए दिवगंत पुलिसकर्मियों को याद किया। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कर्तव्यों का पालन करते हुए अपनी जान न्योछावर करने वाले पुलिसकर्मियों तथा केंद्रीय अर्ध सैनिक बलों के कुल 115 जवानों के आश्रितों को 36 करोड़ 20 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की गयी है। उन्होंने कहा कि जिलों में तैनात पुलिस जवानों की सुख सुविधा के लिए तीन करोड़ 50 लाख रुपये, कल्याण के लिए चार करोड़ रुपये, कार्यरत तथा सेवानिवृत पुलिसकर्मियों एवं उनके आश्रितों के चिकित्सा प्रतिपूर्ति संबंधी 266 दावों के निस्तारण के लिए 30 लाख 56,000 रुपये की राशि दी गयी। मुख्यमंत्री ने कहा कि गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रपति द्वारा विशिष्ट सेवाओं के लिए चार तथा सराहनीय सेवाओं के लिए 110 अधिकारियों और कर्मचारियों को पुलिस पदक प्रदान किये गये हैं।

उन्होंने कहा, ”प्रदेश में वर्ष 2017 के बाद पुलिस विभाग के विभिन्न पदों पर एक लाख 54 हजार से अधिक पदों पर भर्तियां की गयीं जिनमें 22 हजार से अधिक महिला कार्मिक शामिल हैं। विभिन्न राजपत्रित पदों पर एक लाख 41 हजार से अधिक कार्मिकों को पदोन्नति दी गयी।” मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में 60 हजार से अधिक पदों पर भर्ती प्रक्रिया जारी है। आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में शांति और कानून स्थापित करने के लिए पिछले सात वर्षों में 17 जवान अप्रतिम शौर्य का प्रदर्शन करते हुए वीरगति को प्राप्त हो गए और 1618 पुलिसकर्मी घायल हुए। उन्होंने कहा, ”प्रदेश में अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए गैंगस्टर एक्ट के तहत 77,811 और 923 आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की गई। माफिया और अपराधी गिरोहों के 68 मुकदमों में प्रभावी पैरवी कर 31 माफिया तथा उनके 66 सहयोगियों को आजीवन कारावास की सजा दिलायी गयी। इसके अलावा दो को फांसी की सजा हुई है।” मुख्यमंत्री ने कहा कि माफिया और उनके गैंग के सदस्यों द्वारा अर्जित चार हजार 57 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति को जब्त किया गया।

उन्होंने कहा, ”एंटी रोमियो स्क्वायड द्वारा 22 मार्च 2017 से दो अक्टूबर 2024 तक एक करोड़ दो लाख से ज्यादा स्थानों पर निरीक्षण किया गया। साथ ही तीन करोड़ 68 लाख से अधिक लोगों के खिलाफ कार्रवाई की।” उन्होंने कहा कि प्रदेश में एक अभियान के तहत धार्मिक स्थलों से 1,08,037 से अधिक लाउडस्पीकर उतारे गए या उच्चतम न्यायालय के दिशानिर्देशों के अनुसार उनकी ध्वनि नियंत्रित की गयी। मुख्यमंत्री ने कहा, ”पुलिस विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की कर्तव्य पालन के दौरान मृत्यु होने पर सरकार के पास विभिन्न प्रकार की शिकायतें आती हैं। उन कर्मियों के परिवारजनों खासतौर पर उनकी पत्नी तथा माता-पिता के जीवित न रहने की दिशा में सरकारी आदेश में वर्णित व्यवस्था के अनुसार मृतक के परिवार को पूर्ण धनराशि नहीं मिलने की समस्या बताई गई थी।” उन्होंने कहा कि इस पर विचार करते हुए निर्णय लिया गया है कि वर्तमान सरकारी आदेश को संशोधित करते हुए सहायता की संपूर्ण धनराशि मृतक की पत्नी, माता-पिता या जो भी कानूनी वारिस हो उसे ही उपलब्ध कराई जाए।

राज्य के पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने कहा, ”आज के दिन हम अपने उन सभी वीर साथियों को याद करते हैं जिन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना देश के लिए शहादत दी। ऐसे समय में उत्तर प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री ने सभी पुलिसकर्मियों का मनोबल बढ़ाने के लिए कई घोषणाएं की हैं।” उन्होंने कहा कि कई वर्षों के बाद वर्दी भत्ता तथा आवास भत्ता बढ़ाया गया है और खेल निधि में भी बढ़ोतरी की गई है। कुमार ने संवाददाताओं से कहा, ”ऐसा इसलिए किया गया है ताकि हम अधिक कुशल खिलाड़ियों की भर्ती कर सकें और हमारे साथी विभिन्न खेलों में अधिक से अधिक पदक जीत सकें।” उन्होंने कहा, ”आपने देखा होगा कि सरकार ने पुलिस उपाधीक्षक के पद पर ओलंपिक खिलाड़ियों की सीधी भर्ती की है। यह मुख्यमंत्री की विशेष कृपा और पुलिस बल के प्रति उनके प्रेम को दर्शाता है।” रोहिणी क्षेत्र में विस्फोट के बाद दिल्ली में अलर्ट को लेकर कुमार ने कहा, ”हम हमेशा सतर्क रहते हैं।

दिल्ली पुलिस ने डकैती के मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस के हेड कांस्टेबल के घर पर छापा

मेरठ। दिल्ली में हुई डकैती के एक मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस के एक हेड कांस्टेबल के घर पर छापेमारी की गई। एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। हेड कांस्टेबल वीर सिंह उत्तर प्रदेश के शामली जिले में तैनात है। डकैती की घटना कुछ दिन पहले दिल्ली के कीर्ति नगर इलाके में हुई थी। मेरठ के जानी थाना के प्रभारी पंकज सिंह ने सोमवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ”दिल्ली पुलिस ने जानी क्षेत्र में एक हेड कांस्टेबल के घर पर छापेमारी की। हालांकि मैं इसके बारे में अधिक जानकारी देने में असमर्थ हूं।

मुझे केवल इतना पता है कि दिल्ली पुलिस कल दोपहर एक मामले में छापेमारी के लिए आयी थी। उन्होंने हमारे थाने में अपनी हाजिरी दर्ज कराई थी लेकिन उन्होंने छापेमारी के बाद ऐसा किया।” उन्होंने कहा, ”छापेमारी में क्या बरामद हुआ या नहीं, यह सिर्फ दिल्ली पुलिस ही स्पष्ट कर सकती है।” सिंह ने कहा, ”जिस हेड कांस्टेबल के घर पर छापा मारा गया वह वर्तमान में शामली जिले में तैनात है और जानी (मेरठ) का निवासी है।” स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने इस मामले में ज्यादा जानकारी न देते हुए इसे ”दिल्ली पुलिस का मामला” बताया।

लखनऊ से किशनगढ़ जा रहे स्टार एअर के विमान में बम रखे होने की धमकी मिली

उत्तर प्रदेश में लखनऊ से किशनगढ़ जा रहे स्टार एअर के एक विमान में शनिवार दोपहर बम रखे जाने की धमकी मिली। अधिकारियों ने बताया कि धमकी मिलने के बाद चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (सीसीएसआई) पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गयी। सीसीएसआई हवाई अड्डे के एक प्रवक्ता ने बताया कि बम की धमकी अपराह्न एक बजकर 52 मिनट पर मिली। उन्होंने बताया कि हवाई अड्डे की बम खतरा आकलन समिति ने तुरंत स्थिति का अवलोकन करने और आवश्यक सुरक्षा प्रोटोकॉल लागू करने के लिए बैठक की।

बयान के मुताबिक, “उड़ान संख्या एस5-223 को हवाई पट्टी से एक अलग जगह ले जाया गया और यात्रियों को सुरक्षित तरीके से उतार दिया गया। सीआईएसएफ (केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल) कर्मियों ने विमान की सुरक्षा जांच की।” बयान में बताया गया कि शाम चार बजकर 10 मिनट पर सुरक्षा मंजूरी मिलने के बाद यात्रियों को टर्मिनल पर जाने की अनुमति दी गई साथ ही टर्मिनल टीम ने यात्रियों के सुचारू आवागमन को सुनिश्चित किया ताकि न्यूनतम व्यवधान हो। सूत्रों के अनुसार, शनिवार को विस्तारा, एअर इंडिया और इंडिगो समेत विभिन्न भारतीय विमानन कंपनियों की 30 से अधिक उड़ानों को बम से उड़ाने की धमकी मिली। इस सप्ताह भारतीय विमानन कंपनियों को अब तक कम से कम 70 उड़ानों को बम से उड़ाने की धमकी मिली है।