ओसामा बिन लादेन से लेकर दाऊद इब्राहिम तक और मसूद अजहर से लेकर हाफिज सईद तक, दुनिया के अधिकतर खूंखार आतंकवादियों और उनके संगठनों को पालने-पोसने वाले पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (RSS) और हिंदुत्व को खतरा बताया है।
वॉशिंगटन |ओसामा बिन लादेन से लेकर दाऊद इब्राहिम तक और मसूद अजहर से लेकर हाफिज सईद तक, दुनिया के अधिकतर खूंखार आतंकवादियों और उनके संगठनों को पालने-पोसने वाले पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (RSS) और हिंदुत्व को खतरा बताया है। दुनियाभर में आतंकवाद का एक्सपोर्ट करने वाले पाकिस्तान ने यहां तक कहा कि आरएसएस जैसे राष्ट्रवादी समूह क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय शांति-सुरक्षा के लिए खतरा हैं।
यूएन में पाकिस्तान के राजदूत मुनीर अकरम ने मंगलवार को 15 सदस्यीय सिक्यॉरिटी काउंसिल से कहा कि हिंसक चरमपंथी वर्चस्ववादी समूहों को आतंकवादी संगठनों की तरह बैन किया जाए। आतंकवाद और निर्दोषों का खून बहाने वालों का बेशर्मी से बचाव करने वाले पाकिस्तान ने अंतराष्ट्रीय मंच का दुरुपयोग करते हुए यहां तक कहा कि इस तरह के संगठनों की वजह से जवाबी हिंसा को बढ़ावा मिलेगा।
अकरम ने यूएनएससी में कहा, ''इस तरह के हिंसक नस्लवादी और चरमपंथी आतंकवाद अनिवार्य रूप से जवाबी हिंसा को बढ़ावा देंगे और ISIS और अल-कायदा जैसे आतंकवादी संगठनों के डायस्टोपियन कथा को मान्य करेंगे।'' अकरम ने यह भी कहा कि हिंदुत्व की विचारधारा से भारत में मुस्लिम आबादी को डराया जा रहा है। आतंकवाद को फंडिंग देने के लिए एफएटीएफ की ओर से मुंह पर कालिख पोते जाने से डरे पाकिस्तान के दूत ने राष्ट्रवादी संगठन को हिंसक बताते हुए इसके फंडिंग पर रोक लगाने की मांग की।
पाकिस्तान स्थित कई आतंकवादी संगठनों पर प्रतिबंध से दुनिया के सामने बेनकाब हो चुके पाकिस्तान ने आरएसएस जैसे संगठनों को 1267 प्रतिबंध समिति के दायरे में लाने की मांग की। कश्मीर की शांति को बर्दास्त नहीं कर पा रहे पाकिस्तान के दूत ने भारत के इस राज्य को लेकर भी उपनी घिसी पिटी बातें दोहराईं और कहा कि भारतीय सेना यहां मानवता के खिलाफ युद्ध अपराधों में शामिल है।
गौरतलब है कि इससे पहले भी देखा गया है कि जब पाकिस्तान पर आतंकवाद के खिलाफ एक्शन का दबाव बढ़ता है तो वह अपने देश के आतंकियों को सामाजिक कार्यकर्ता बताने लगता है तो सामाजिक संगठनों पर आतंकवाद का लेबल चस्पा करने की नाकाम कोशिश करता है। इससे पहले इमरान खान भी कई बार आरएसएस के खिलाफ जहर उगल चुके हैं।