वर्ष 2013 में पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार कर वापस बांग्लादेश भेजे गये दो बांग्लादेशी नागरिकों को अब उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिला से गिरफ्तार किया गया है.
कोलकाता/सहारनपुर : उत्तर प्रदेश
पुलिस के आतंकवाद
निरोधक दस्ता (एटीएस) ने
इन्हें गिरफ्तार किया है.
ये लोग फर्जी
दस्तावेजों के आधार
पर अवैध रूप
से भारत में
रह रहे थे.
सहारनपुर के पुलिस
अधीक्षक (देहात) अशोक कुमार
मीणा ने मीडिया
को बताया कि
एटीएस को सूचना
मिली थी कि
कुछ संदिग्ध लोग
भारत के खिलाफ
साजिश रच रहे
हैं. ये लोग
भारत के निवासी
नहीं हैं और
कई देशों के
लोगों के संपर्क
में हैं. एसपी
ने बताया कि
इसी सूचना के
आधार पर एटीएस
ने कार्रवाई करके
दो लोगों को
गिरफ्तार किया.
उन्होंने बताया कि सूचना
के आधार पर
मंगलवार को टीम
ने मोहम्मद इकबाल
और मोहम्मद को
सहारनपुर के बिलाल
मस्जिद के पास
स्थित कमेला कॉलोनी
से पकड़ा. एसपी
श्री मीणा ने
बताया कि दोनों
आरोपी मूलत: बांग्लादेश
के चटगांव जिला
के सठकनिया थाना
क्षेत्र के सादाहू
मोनूपारा गांव के
निवासी हैं.
श्री मीणा ने
बताया कि एटीएस
की टीम को
जांच में पता
चला है कि
गिरफ्तार किये गये
दोनों बांग्लादेशी नागरिक
सगे भाई हैं.
वर्ष 2007 में फर्जी
दस्तावेजों के साथ
पहली बार भारत
में दाखिल हुए
थे. वर्ष 2013 में
अवैध रूप से
भारत में रहने
के आरोपों में
इन्हें पश्चिम बंगाल में
गिरफ्तार कर लिया
गया था. दोनों
भाई दो साल
तक जेल में
रहे.
सहारनपुर के एसपी
श्री मीणा ने
कहा कि जेल
में दो साल
की सजा काटने
के बाद इन्हें
बांग्लादेश निर्वासित कर दिया
गया. दोनों भाई
वर्ष 2015 में फिर
से गैर-कानूनी
तरीके से भारत
की सीमा में
दाखिल हो गये.
आरोपियों ने सहारनपुर
के पते पर
फर्जी मतदाता पहचान
पत्र, आधार कार्ड
और पासपोर्ट भी
बनवा लिये.
एसपी ने बताया
कि इनसे पूछताछ
के दौरान जानकारी
मिली कि इनके
संपर्क बांग्लादेश के अलावा
अमेरिका, सऊदी अरब,
ब्रिटेन, ऑस्ट्रिया और म्यांमार
के लोगों से
भी हैं. इनके
पास से आधार
कार्ड, पैन कार्ड,
मतदाता पहचान पत्र, चेक
बुक, डेबिट कार्ड,
जाति प्रमाण पत्र,
आय प्रमाण पत्र
व बैंक पास
बुक जब्त किये
गये हैं.
विदेशियों से बातचीत
का ब्योरा जुटा
रही एटीएस
बांग्लादेश
के इन दोनों
नागरिकों से पूछताछ
में एटीएस को
पता चला कि
ये लोग कई
देशों के लोगों
के संपर्क में
थे. अब एटीएस
आरोपियों के फोन
से विदेशी नंबरों
पर हुई बातचीत
का ब्योरा जुटाने
में लग गयी
है. जरूरत पड़ने
पर दोनों को
रिमांड में लेकर
एटीएस इनसे पूछताछ
करेगी. जांच एजेंसियों
को आशंका है
कि सहारनपुर से
गिरफ्तार दोनों संदिग्ध दिल्ली
से गिरफ्तार जैश-ए-मोहम्मद
के आतंकियों अब्दुल
लतीफ मीर और
अशरफ खटाना के
संपर्क में थे.